रांची।
राजधानी रांची के समाहरणालय परिसर में एक सनसनीखेज घटना सामने आई। सदर एसडीओ ऑफिस (ब्लॉक ‘बी’, कमरा संख्या–210) में एक व्यक्ति ने अचानक सरकारी कर्मचारियों के सामने कमर से पिस्तौल निकालकर लहराना शुरू कर दिया। इससे कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घटना के दौरान मौजूद कर्मचारियों ने साहस का परिचय देते हुए आरोपी को काबू में किया और तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोए के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने आरोपी की पहचान नागेश्वर महतो के रूप में की है। उसके पास से एक पिस्तौल और दस जिंदा गोलियां बरामद की गई हैं।
कैसे हुई घटना
डीएसपी प्रकाश सोए ने बताया कि 24 अक्टूबर की दोपहर करीब 3 बजे सदर एसडीओ कार्यालय में सभी कर्मचारी अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे। तभी अचानक एक व्यक्ति कमरे में आया और बड़गांई अंचल से संबंधित ऑनलाइन प्रमाणपत्र कार्य के बारे में पूछताछ करने लगा।
कार्यालय कर्मियों ने बताया कि संबंधित कर्मचारी अवकाश पर हैं और उसे अगले कार्य दिवस पर आने का अनुरोध किया। यह सुनते ही वह व्यक्ति अमर्यादित व्यवहार पर उतर आया, अपशब्दों का प्रयोग करने लगा और अचानक अपनी कमर से पिस्तौल निकालकर लहराने लगा।
इस दौरान कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। हालांकि, कुछ कर्मचारियों ने साहस दिखाते हुए तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और उसकी हरकत की सूचना एसडीओ कार्यालय के सुरक्षा कर्मियों व वरीय अधिकारियों को दी।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक पिस्तौल और दस कारतूस बरामद किए गए। आरोपी को तुरंत थाने लाकर पूछताछ शुरू की गई। डीएसपी ने बताया कि आरोपी के पिस्तौल रखने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है, इसलिए उस पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपी पिस्तौल कहां से लाया था और उसका मकसद क्या था। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि नागेश्वर महतो सरकारी कार्यालयों में अक्सर प्रमाणपत्र संबंधी काम के लिए आता-जाता रहता था।
कर्मचारियों ने दिखाई बहादुरी
कार्यालय के कर्मचारियों ने जिस साहस और सूझबूझ से आरोपी को पकड़ा, उसकी सभी ओर सराहना हो रही है। डीएसपी ने बताया कि यदि कर्मचारी हिम्मत नहीं दिखाते, तो घटना गंभीर रूप ले सकती थी। उन्होंने सभी कर्मचारियों को सतर्क और साहसी व्यवहार के लिए धन्यवाद दिया।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपी से पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है।