
लातेहार :- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक विशाल मसाल जुलूस निकालकर झारखंड सरकार की विफलताओं के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया। पार्टी ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को ‘औखार फेंकने’ का आह्वान किया, जिससे सरकार की असलियत सामने आ सके और जनता को बेहतर प्रशासन मिल सके।भाजपा नेताओं ने जुलूस के दौरान जोरदार नारेबाजी की और हेमंत सोरेन की सरकार की नीतियों और कार्यशैली की आलोचना की। दिपक सिह पलामू प्रमण्डल प्रभारी ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, विकासहीनता और जनसुविधाओं की कमी जैसी गंभीर समस्याएं उभरी हैं।
भाजपा ने इसे जनता के प्रति धोखा बताते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। मनिका विधानसभा से भाजपा नेता शिल्पा कुमारी ने मीडिया को बताया, “हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड के विकास को गंभीर रूप से बाधित किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। सरकार ने सिर्फ बयानबाजी की है, जबकि जमीन पर कोई वास्तविक काम नहीं हुआ। इस मसाल जुलूस के माध्यम से हम जनता को जगाना चाहते हैं और सरकार से जवाब मांग रहे हैं।”भाजपा के अन्य नेताओं ने भी इस ‘जनआंदोलन’ का हिस्सा करार देते हुए जनता से इस संघर्ष में सहयोग की अपील की।
उनका कहना है कि सरकार के खिलाफ इस तरह के विरोध प्रदर्शन और जनजागरण ही झारखंड के भविष्य को सही दिशा देने में सहायक होंगे।भाजपा ने आश्वस्त किया है कि वह आगामी दिनों में और भी जनसभाएँ और धरना-प्रदर्शन करेगी, ताकि जनता की समस्याओं को उजागर किया जा सके, और एक उत्तरदायी सरकार की स्थापना सुनिश्चित की जा सके।
गोविंद प्रसाद ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष का बयान रांची, 21 अगस्त 2024: ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंद प्रसाद ने आज भाजपा के मसाल जुलूस के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।गोविंद प्रसाद ने अपने बयान में कहा, “हमारी पार्टी की ओर से यह मसाल जुलूस आयोजित किया गया है। ताकि झारखंड की सरकार की कुप्रबंधन और जनविरोधी नीतियों को उजागर किया जा सके।

राजुरंजन पाण्डेय ने कहे की पिछले कुछ वर्षों में हेमंत सोरेन की सरकार ने ओबीसी समुदाय के साथ भेदभाव किया है और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया है।”उन्होंने आगे कहा, “हमारा लक्ष्य है कि इस प्रदर्शन के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाया जाए ताकि वह ओबीसी समुदाय के अधिकारों की रक्षा करे और विकास कार्यों को प्राथमिकता दे। हम हर स्तर पर सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे और ओबीसी समुदाय के उत्थान के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।”
नागमणी युवा नेता ने जनता से अपील की कि वे इस आंदोलन में सक्रिय भाग लें और अपनी समस्याओं के आवाज को बुलंद करे। हेमंत सरकार को चुनौती दे। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि युवा मोर्चा निरंतर जनता की आवाज उठाता रहेगा और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।