पलामू। सदर अंचल के अंचल अधिकारी (सीओ) अमरदीप बलहोत्रा के खिलाफ मंगलवार को पलामू युवा विकास मंच ने डीसी ऑफिस के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।
मंच के सदस्यों ने सीओ पर घूसखोरी, जमीन और मुआवजा मामलों में हेरफेर, तथा सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
मंच के सदस्य ज्योति पांडेय ने कहा कि सदर अंचल में भ्रष्टाचार की पोल खुल चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी करतूतों के उजागर होने के डर से सीओ आम नागरिकों को एससी-एसटी केस में फंसाने जैसे अनैतिक प्रयास कर रहे हैं। विरोध करने वालों पर झूठे मुकदमे करना उनकी पुरानी आदत बताई गई।
उन्होंने आगे कहा कि सीओ ने एनएच परियोजना में करोड़ों रुपये की घूस लेकर गलत तरीके से एलपीसी निर्गत किया और मुआवजे में हेरफेर कर मनचाहे लोगों को लाभ पहुंचाया है। इस पूरे मामले की शिकायत पीएमओ, एसीबी और अन्य जांच एजेंसियों में की गई है।
मजदूर नेता राकेश सिंह ने आरोप लगाया कि सीओ ने अपने ससुर के माध्यम से अवैध रूप से घूस की रकम लेकर करोड़ों रुपये की काली संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
युवा नेता विपुल गुप्ता ने कहा कि ऐसे अधिकारियों को जनता के बीच रहकर काम करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने डीसी से मांग की कि सीओ को तत्काल निलंबित कर जेल भेजा जाए।
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता विकास दुबे, मुस्तकीम अंसारी, रिटायर्ड डीएसपी कन्हाई राम, और युवा नेता रंजीत भुइयां ने भी सीओ पर गंभीर आरोप लगाए।
प्रदर्शन के बाद मंच के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी से मुलाकात कर झारखंड के मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा और निष्पक्ष जांच की मांग की।