बरहड़वा।प्रखंड क्षेत्र के बोनीडांगा घोषपाड़ा गांव के ग्रामीणों ने काली पूजा स्थल पर अवैध कब्जा और पूजा में बाधा उत्पन्न करने के आरोप को लेकर गुरुवार को अंचलाधिकारी बरहड़वा को आवेदन सौंपा। ग्रामीण अजीत कुमार घोष, इंद्रजीत घोष, बिपिन घोष, श्रवण कुमार घोष, जोड़न घोष, पूजा कुमारी, कविता देवी, प्रियंका देवी, बदल रविदास, रेखा देवी, मनोज राय, अमीन मरांडी, धनी हसदा, मंगल मुर्मू सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन में कहा गया है कि बोनीडांगा घोषपाड़ा पोखर की जमाबंदी संख्या 119, दाग संख्या 353, रकबा 05-19-00 धुर की भूमि अन्नावादी (सरकारी) है। इसी भूमि के पूर्वी हिस्से में ग्रामीण कई वर्षों से परंपरागत रूप से काली पूजा करते आ रहे हैं।
आवेदन में आरोप लगाया गया है कि गांव के ही पबीर घोष ने पूजा स्थल से लगभग 10 से 15 फीट की दूरी पर पहले मिट्टी का मकान बनाया था और बाद में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसी स्थान पर स्थायी घर बनवा लिया। हाल के दिनों में जब ग्रामीणों ने पूजा स्थल की साफ-सफाई कर पंडाल लगाने की तैयारी शुरू की, तो पबीर घोष ने आपत्ति जताई और रात में पूजा पंडाल के लिए गाड़े गए बांस उखाड़कर फेंक दिए। ग्रामीणों का कहना है कि पबीर घोष का कहना है कि यह जमीन उसके कब्जे में है और वह यहां पूजा नहीं होने देगा।
इसके अलावा, उस पर पूजा स्थल के आसपास गंदगी फैलाकर माहौल खराब करने का भी आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि काली पूजा शुरू होने से पहले इस विवाद का समाधान किया जाए और सरकारी भूमि पर किए गए कथित अवैध कब्जे को हटाया जाए, ताकि ग्रामवासी शांति और श्रद्धा के साथ काली पूजा का आयोजन कर सकें। इस संबंध में अंचलाधिकारी अनोज कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है, मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।