अनुज तिवारी की रिपोर्ट,
मेदिनीनगर।सदर प्रखंड क्षेत्र के लहलहे स्थित शिव मंदिर छठ घाट पर साफ-सफाई को लेकर जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से स्थानीय व्रती परिवारों में भारी नाराज़गी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि छठ जैसे महापर्व के अवसर पर भी किसी जनप्रतिनिधि ने घाट की सफाई या आवश्यक सुविधा की दिशा में कोई पहल नहीं की।
छठ व्रतियों के परिजनों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि “पंचायत चुनाव आते ही समाजसेवियों की बाढ़ आ जाती है, लेकिन जब सेवा देने का वक्त आता है तो ये सभी गायब हो जाते हैं।” लोगों ने आरोप लगाया कि ऐसे जनप्रतिनिधि केवल कुर्सी पाने के लिए जनता को भ्रमित करते हैं और समाज सेवा के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं।
स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि छठ घाट पर सफाई, प्रकाश व्यवस्था और अन्य आवश्यक सुविधाओं के अभाव में व्रतियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवारों को पूजा की तैयारी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
कुछ व्रतियों ने यह भी आरोप लगाया कि पंचायत की कुछ योजनाओं के तहत दी जाने वाली सामग्रियां, जिनका उपयोग छठ घाट की व्यवस्था में होना चाहिए था, उन्हें निजी उपयोग के लिए रोक लिया गया है। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र छठ घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।