
नई दिल्ली/श्रीनगर, 9 मई — कश्मीर के पहलगाम इलाके में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से की गई सैन्य कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना की मुस्तैदी के आगे उसकी हर साजिश नाकाम हो गई। पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में भेजे गए 50 से अधिक ड्रोन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की चपेट में आकर तबाह हो गए।
भारतीय सेना और वायुसेना के संयुक्त अभियान ने यह सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान की कोई भी घुसपैठ भारतीय सीमाओं में कामयाब न हो। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, ये ड्रोन या तो निगरानी के मकसद से भेजे गए थे या फिर उनमें हथियार और विस्फोटक लदे थे। इनका लक्ष्य जम्मू-कश्मीर और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में अस्थिरता फैलाना था।
हमले की पृष्ठभूमि
कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक घातक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। भारत ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का हाथ बताया और त्वरित कार्रवाई करते हुए सीमापार कई ठिकानों को निशाना बनाया।
विशेष सूत्रों के मुताबिक, इस जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनों के कई लॉन्च पैड और गोला-बारूद डिपो को भारी नुकसान हुआ। इसके बाद पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए जवाब देने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने बेहद कुशलता से नाकाम कर दिया।
ड्रोन हमले की विफलता
भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि पाकिस्तान की ओर से एक ही रात में 60 से अधिक ड्रोन भारतीय सीमा की ओर भेजे गए, जिनमें से 50 से अधिक को एयर डिफेंस यूनिट्स ने नष्ट कर दिया। शेष ड्रोन या तो सीमा पार लौट गए या उन्हें इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग सिस्टम से निष्क्रिय कर दिया गया।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह अब तक की सबसे बड़ी ड्रोन घुसपैठ थी, जो न केवल भारत की सैन्य तैयारियों की परीक्षा थी, बल्कि एक संभावित बड़े खतरे को भी इंगित करती है। भारतीय सेना की त्वरित और योजनाबद्ध प्रतिक्रिया ने यह साबित कर दिया कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “भारत की सुरक्षा सर्वोपरि है। हमारी सेनाएं हर खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। दुश्मन की कोई भी नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना को इस त्वरित और सफल कार्रवाई के लिए बधाई दी।
विपक्षी दलों ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एकजुटता दिखाई है और सेना के साहस की सराहना की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “देश की सुरक्षा में लगे हर जवान को सलाम। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाती है।”
भविष्य की रणनीति
घटना के बाद भारत ने सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी है। ड्रोन रोधी तकनीक को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य के युद्धों में ड्रोन और साइबर हथियारों की भूमिका अहम होगी, और भारत इस दिशा में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है।
इस पूरी घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भारत किसी भी प्रकार की उकसावे वाली कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। ड्रोन हमले की विफलता से पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश मिल चुका है कि भारत अब न सिर्फ जवाब देता है, बल्कि पहले से कहीं अधिक तैयार है।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह अब तक की सबसे बड़ी ड्रोन घुसपैठ थी, जो न केवल भारत की सैन्य तैयारियों की परीक्षा थी, बल्कि एक संभावित बड़े खतरे को भी इंगित करती है। भारतीय सेना की त्वरित और योजनाबद्ध प्रतिक्रिया ने यह साबित कर दिया कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं।रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह अब तक की सबसे बड़ी ड्रोन घुसपैठ थी, जो न केवल भारत की सैन्य तैयारियों की परीक्षा थी, बल्कि एक संभावित बड़े खतरे को भी इंगित करती है। भारतीय सेना की त्वरित और योजनाबद्ध प्रतिक्रिया ने यह साबित कर दिया कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं।