
झारखंड में एक बार फिर ठंड ने दस्तक देने की तैयारी कर ली है। राज्य में पिछले कुछ दिनों से ठंड में थोड़ी कमी देखने को मिल रही थी, लेकिन अब मौसम का मिजाज फिर से बदलने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले दिनों में ठंड के बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया है। झारखंड में ठंड को लेकर मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने जानकारी दी कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। गणतंत्र दिवस के दिन घना कोहरा छाने की संभावना है, जिससे दृश्यता पर प्रभाव पड़ सकता है।
तापमान में गिरावट और सर्द हवाएं
झारखंड में मंगलवार से ठंड का असर बढ़ना शुरू हो गया है, और अगले कुछ दिनों तक इसमें बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं के कारण राज्य में तापमान में तेज गिरावट देखने को मिलेगी। सुबह और रात के समय ठंड का प्रकोप अधिक रहेगा।
गणतंत्र दिवस पर कोहरा छाने की संभावना
26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर कोहरे के कारण ठंड और बढ़ सकती है। सुबह के समय घना कोहरा छाने के कारण दृश्यता कम रहेगी, जिससे सड़कों पर यात्रा करने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, तापमान में गिरावट के कारण लोगों को सर्दी से बचाव के उपाय अपनाने की जरूरत होगी।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने आम जनता के लिए कुछ खास सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि ठंड के दौरान बुजुर्ग और बच्चे खासकर अपना ख्याल रखें। गर्म कपड़े पहनें और खान-पान में गर्म तरल पदार्थों को शामिल करें। सुबह और देर रात यात्रा करने से बचने का सुझाव दिया गया है, क्योंकि उस समय कोहरा और ठंड दोनों ही ज्यादा हो सकती हैं।
पिछले वर्षों की तुलना में ठंड का असर
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार ठंड का मिजाज ज्यादा तीखा हो सकता है। हालांकि जनवरी के शुरुआती दिनों में सर्दी थोड़ी कम हो गई थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि फरवरी की शुरुआत तक ठंड का असर बना रहेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों पर अधिक असर
झारखंड के ग्रामीण इलाकों में तापमान में गिरावट का असर ज्यादा देखने को मिल सकता है। खेतों में काम करने वाले किसानों को सुबह और शाम के समय ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होगी। वहीं शहरी इलाकों में ठंडी हवाओं के कारण लोग ज्यादा समय घरों में बिताना पसंद करेंगे।
स्कूलों पर असर संभव
कम तापमान के कारण बच्चों के स्कूल जाने में मुश्किल हो सकती है। ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए कई जगह स्कूलों के समय में बदलाव किया जा सकता है। कुछ जिलों में सुबह की प्रार्थना सभाओं को फिलहाल रोकने का सुझाव भी दिया जा सकता है।
सरकार और प्रशासन तैयार
ठंड से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन ने जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। रात में खुले आसमान के नीचे रहने वाले बेघर लोगों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही, अस्पतालों में ठंड से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
झारखंड में ठंड का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ने वाला है। तापमान में गिरावट के साथ घना कोहरा जनजीवन को प्रभावित कर सकता है। मौसम विभाग की सलाह के अनुसार, ठंड से बचने के उपायों को अपनाना चाहिए। गणतंत्र दिवस के खास मौके पर कोहरा और ठंडी हवाओं के बीच राष्ट्रीय पर्व मनाना राज्यवासियों के लिए एक अलग अनुभव होगा। ठंड के इस दौर में सतर्क रहकर और सुरक्षित रहकर ही हम इस मौसम का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं।