गोमिया।गोमिया प्रखंड के साड़म जरासंध नगर में शनिवार को बेरमो अनुमंडल के चन्द्रवंशी समाज के द्वारा चक्रवर्ती सम्राट महाराज जरासंध जी का जयंती समारोह मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत चन्द्रवंशी समाज के द्वारा ध्वजारोहण कर किया गया। ततपश्चात पूजा अर्चना करने के बाद महाराज जरासंध जी की तसवीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया।
कार्यक्रम में चन्द्रवंशी वक्ताओं ने सम्राट जरासंध जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराज जरासंघ हम चन्द्रवंशियों के कुल देवता हैं। हमारे पूर्वज है और हम उनके वंशज है, इसलिए समस्त चंद्रवंशी परिवार को मगध सम्राट महाराज जरासंध जी की जयंती में उनको पुजने की जरूरत है।
कहा कि हिंदी और हिन्दू धर्म कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि, जिसे हम जेठान एकादशी के नाम से जानते है. और इस दिन को ही महाराज जरासंध की जयंती मनाने की परंपरा रही है, इसलिए इसी दिन महाराज जरासंघ की जयंती पूरे भारतवर्ष में एक साथ मनानी चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमे उनके द्वारा दिये गए उपदेशो को अपने जीवन मे उतारने का संकल्प लेनी चाहिए। वक्ताओं ने समाज के उन्नति और मजबूतीकरण पर भी जोर दिया। इस दौरान निर्माणाधीन महाराज जरासंध मंदिर निर्माण के लिए दिए गए भूमि दानकर्ता भंडारी परिवार के वंशज बसंती देवी को मंदिर निर्माण समिति के द्वारा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन मिथुन चन्द्रवंशी ने किया।
मौके पर पंसस गीता देवी, जगदीश राम,दिनेश प्रसाद, भगवान दास राम,हीरालाल रवानी,धनेश्वर प्रसाद,सुजीत प्रसाद, शमसेर सिंह, अखिलेश प्रसाद, ओमप्रकाश भंडारी,बिजय भंडारी,सरोज चन्द्रवंशी, रामचन्द्र राम,रवि प्रसाद,राजेश राम,सिकंदर चन्द्रवंशी,सुनील अन्ना,संजय भंडारी,किरण देवी, बिंदा देवी,रीना देवी आदि मौजूद थे।