झारखंड के ललपनिया स्थित पावन भूमि लुगुबुरू घंटाबाड़ी धोरोम गाढ़ में तीन दिवसीय राजकीय महोत्सव शुरू होने में अब मात्र दो सप्ताह शेष रह गए हैं। दो से पांच नवंबर तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को ललपनिया स्थित श्यामली गेस्ट हाउस में बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश मछुआ की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई,
जिसमें लुगुबुरू घंटाबाड़ी धोरोमगाढ़ पूजा समिति और लुगुबुरू घंटाबाड़ी पुण्यथान कमिटी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में महोत्सव के सफल आयोजन के लिए सुरक्षा, स्वच्छता, पार्किंग, यातायात प्रबंधन और मंच व्यवस्था सहित सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर यह भी प्रस्ताव रखा गया कि दिशोम गुरु स्वर्गीय शिबू सोरेन की प्रतिमा लुगुबुरू परिसर में ऐसे स्थान पर स्थापित की जाए, जहां श्रद्धालु और आगंतुक सहज रूप से पहुंच सकें और उनके योगदान को नमन कर सकें।
एसडीओ मुकेश मछुआ ने बताया कि इस वर्ष के महोत्सव में झारखंड की आदिवासी परंपरा, लोक कला, हस्तशिल्प और जनजातीय संस्कृति को विशेष स्थान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजकीय महोत्सव का उद्देश्य केवल पूजा-अर्चना नहीं, बल्कि झारखंड की समृद्ध लोकसंस्कृति को मंच देना है, ताकि स्थानीय कलाकारों और कारीगरों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल सके।
महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक कला प्रदर्शनी, हस्तशिल्प मेला और जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े स्टॉल लगाए जाएंगे। साथ ही, पूजा समिति के वॉलेंटियर को विशेष ट्रैक-सूट उपलब्ध कराया जाएगा, जिन पर ‘लुगुबुरू घंटाबाड़ी धोरोमगाढ़, ललपनिया’ लिखा रहेगा। जिससे आयोजन स्थल पर पहचान और अनुशासन दोनों सुनिश्चित रहे।
बैठक के उपरांत एसडीओ और अधिकारियों की टीम ने पूजा स्थल एवं निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
सभी संबंधित एजेंसियों को समय पर और गुणवत्ता पूर्ण कार्य पूरा करने का निर्दm
इस मौके पर जिला नजारत उप समाहर्ता सह भूमि सुधार उप समाहर्ता चास प्रभास दत्ता, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार, बीडीओ गोमिया महादेव महतो, अंचलाधिकारी गोमिया मो. आफताब आलम साथ ही पूजा समिति के अध्यक्ष बबली सोरेन सहित अनेक अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे।