पतना। प्रखंड के दामिन डाक बंगला परिसर में मांझी परगना ऐभेन बैसी की बैठक हुई। अध्यक्षता बैसी के अध्यक्ष सग्राम हेम्ब्रम ने की। जिसमें पीपेसा कानून 1996 व कमिटी विस्तार से संबंधित चर्चा किया गया। जिसमें समाजिक कार्यकर्ता के रूप सेबेस्टियन हेम्ब्रम व पतरस सोरेन भी शामिल हुए। इस क्रम में सेबेस्टियन हेम्ब्रम ने पीपेसा कानून 1996 से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने झारखंड सरकार के प्रति दुःख व्यक्त करते हुए बताया कि जुलाई 2024 में ही माननीय हाई कोर्ट झारखंड सरकार को दो माह में नियमावली तैयार कर लागू करने को कहा था, पर एक साल दो महिने बीत जाने के बाद भी सरकार ने नियमावली तैयार नहीं की। उन्हें सरकार से जल्द नियमावली तैयार कर पीपेसा को लागू करने की मांग कही है। ग्राम प्रधानों के अध्यक्ष सग्राम हेम्ब्रम ने बताया कि अनुसूचित क्षेत्र में पंचायत चुनाव असंवैधानिक है। फिर भी सरकार द्वारा जबरन मांझी परगना व्यवस्था को कमजोर करने के लिए पंचायत व्यवस्था को थोपा जा रहा है। वहीं सर्वसहमति से प्रधानों के संगठन के अध्यक्ष व सचिव के लिए प्रखंड कार्यालय में एक कार्यालय की मांग करने, हर पंचायत में अक्टूबर तक में पंचायत कमिटी का गठन करने, थाना दिवस पर जमीन संबंधित विवादों का निपटारा में आवश्यक रूप से ग्राम प्रधान शामिल होने का निर्णय लिया गया। मौके पर बैसी के सचिव दीबू सोरेन, मांझी किस्कू, प्रधान मुर्मू, मंझन पौरिया, गब्रियल हेम्ब्रम, सुशील हांसदा, सलगी हेम्ब्रम, सलखु बेसरा, ग्रबियल हेम्ब्रम, सुरेश मालतो, एतवार मालतो व अन्य थे।