लातेहार, 10 अक्टूबर 2025:
जिला प्रशासन लातेहार की ओर से पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर भवन में शुक्रवार को एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देना एवं “ज्ञान सेतु” तथा “संपूर्ण शिक्षा कवच (Mission Zenith)” के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों और शिक्षकों को प्रशिक्षित करना था।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता — उपायुक्त
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि, “गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रत्येक बच्चे तक शिक्षा की पहुँच सुनिश्चित करना और सीखने के स्तर में सुधार लाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।”
उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे अपने विद्यालयों में मिशन ज़ेनिथ (Mission Zenith) के तहत निर्धारित शैक्षणिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवाचारपूर्ण तरीकों को अपनाएं और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करें।
शिक्षकों की सक्रिय भूमिका आवश्यक — उप विकास आयुक्त
कार्यशाला में उप विकास आयुक्त सैय्यद रियाज अहमद ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षकों की सक्रिय भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में दी गई जानकारियों को व्यवहार में लाना ही असली सफलता है।
विभिन्न योजनाओं की समीक्षा और प्रशिक्षण
इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक गौतम कुमार साहू ने शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं — विद्यालय विकास योजना, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता मिशन, डिजिटल शिक्षा और समग्र शिक्षा अभियान की प्रगति की जानकारी दी।
कार्यशाला में यह भी बताया गया कि ज्ञान सेतु कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों की सीखने की उपलब्धियों का मूल्यांकन, शिक्षकों के मार्गदर्शन और विद्यालय स्तर पर मॉनिटरिंग सिस्टम को और सशक्त किया जाएगा।
मिशन ज़ेनिथ से शिक्षकों की क्षमता वृद्धि
संपूर्ण शिक्षा कवच (Mission Zenith) के माध्यम से शिक्षकों की क्षमता वृद्धि, विद्यार्थियों की सीखने की गुणवत्ता में सुधार, और नवाचार आधारित शिक्षण पद्धतियों को अपनाने के उपायों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले के सभी विद्यालयों में मिशन ज़ेनिथ की गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग और मूल्यांकन सुनिश्चित किया जाए।
जिला प्रशासन का शिक्षा के प्रति समर्पण
कार्यशाला में बड़ी संख्या में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, शिक्षक, और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन द्वारा किया गया।
उपायुक्त ने अंत में कहा कि लातेहार जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और जिले को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में मॉडल जिला बनाया जाए।