घाघरा (लोहरदगा)। घाघरा प्रखंड के तुंजो गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शुक्रवार को पारंपरिक कार्तिक जतरा का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय सहित अन्य अतिथियों ने फीता काटकर किया।
उद्घाटन के अवसर पर अरुण कुमार पांडेय ने कहा कि “पूर्व काल में जतरा एक दूसरे से मिलने-जुलने का अवसर होता था। जब यातायात के साधन सीमित थे, तब लोग जतरा के माध्यम से रिश्तेदारी निभाने और सामाजिक जुड़ाव बढ़ाने का काम करते थे। आज भी यह परंपरा लोकसंस्कृति को जोड़ने का माध्यम बनी हुई है।”
जतरा में पारंपरिक खोड़हा दलों ने ढोल, मांदर की थाप पर नृत्य व लोकगीत प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दलों को सम्मानित भी किया गया।
ग्रामीण बुजुर्गों ने बताया कि कार्तिक माह में यह जतरा वर्षों से आयोजित होता आ रहा है, जिसमें आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवों से लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं।
अतिथियों का पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ स्वागत किया गया। मौके पर अगस्तीन महेश कुजूर, सेहल पंचायत की मुखिया सोमारी देवी, घुड़ा उरांव, जिप सदस्य मानती उरांव, सुरेश सिंह, सावन उरांव, लक्ष्मण उरांव, जनार्दन उरांव सहित कई गांवों के महिला-पुरुष मौजूद थे।