
अमीन अंसारी,
दिल्ली:– झारखंड से हज में जेद्दा जाने वाले यात्रियों को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची निर्धारित करने की मांग को लेकर आमया संगठन ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री के नाम मांग पत्र सौपां।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अवर सचिव आशीष कुमार को आमया संगठन अध्यक्ष एस अली ने बताया कि झारखंड कि राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट को इम्बार्केशन प्वाइंट वर्ष 2009 में बनाया गया था और तब से लेकर वर्ष 2019 तक हर वर्ष लगभग 3000-3200 हज यात्री बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची से जेद्दा फ्लाइट से जाए करते थे।
लेकिन कोविड -19 के कारण वर्ष 2020-2021 में हज यात्रा पर रोक लग गया और आवेदन करने के बावजूद यात्री हज में नही जा सके।
इधर वर्ष 2022 में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची से इम्बार्केशन प्वाइंट हटा दिया गया और कोलकाता एयरपोर्ट को बना दिया गया जिसके कारण झारखंड के लगभग 3000 हज यात्रियों को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करते हुए हज के लिए जेद्दा जाना पड़ा।

वर्ष 2023 में दोबारा बिरस मुंडा एयरपोर्ट, रांची को इम्बार्केशन प्वाइंट बनाकर जेद्दा के लिए सीधी फ्लाइट उपलब्ध कराने का घोषणा किया गया और हज के लिए आवेदन के साथ पैसे भी लिए गए लेकिन अंतिम समय में निर्णय रद्द कर दिया गया और हज यात्रियों को कोलकाता एयरपोर्ट से जेद्दा जाना पड़ा जो अबतक लागू है जिसके कारण झारखंड के हज यात्रियों को आर्थिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जबकि देश के लगभग सभी राज्यों के एयरपोर्ट में इम्बार्केशन प्वाइंट है और हज यात्री अपने राज्य से जेद्दा हज के लिए जाते है लेकिन झारखंड राज्य के मुस्लिम समुदाय इस अधिकार और सुविधा से वंचित हे।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अवर सचिव ने कहा कि इम्बार्केशन प्वाइंट के सबंध केन्द्रीय हज कमिट, झारखंड राज्य हज कमिटी और एयरपोर्ट एथोरेट्टी से रिपोर्ट मांगकर कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर आमया संगठन केन्द्रीय संगठन प्रभारी जियाउद्दीन अंसारी, फिरोज अंसारी मौजूद थे।