संतालों की अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक है: हेमंत
प्रशान्त अंबष्ट गोमिया,
बेरमो/ललपनिया। यहां संताल आदिवासियों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगढ़ दरबार चटटानी ललपनिया में लुगुबुरू घंटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति केद्वारा आयोजित दो दिवसीय 25वां अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म महासम्मेलन सह राजकीय महोत्सव में राज्य के माननीय मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन ने वतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।इस अवसर पर पेयजल, स्वच्छता तथा मद्द निषेध विभाग माननीय मंत्री योगेन्द्र प्रसाद और आदिवासी कल्याण मंत्री माननीय चमरा लिंडा,माननीय गांडेय के विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन,चंदनकियारी माननीय विधायक उमाकांत रजक मुख्य रूप से वतौर अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इसके पहले माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन के साथ उपस्थित मंत्रीगण एवं विधायकगणो ने घँटाबाड़ी मंदिर में इष्टदेव लुगूबाबा की परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना किया.
उन्होंने राज्य समेत देश विदेशवासियों के लिए सुख शांति, समृद्धि एवं उन्नति की मंगल कामनाएं की। त्तपश्चात कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मुख्य मंत्री समेत अन्य विशिष्ट अतिथि मंत्रीगण व विधायकगणो ने दीपप्रज्वलित कर किया. इस दौरान आदिवासी बच्चियों ने उपस्थित अतिथियों को स्वागत गान प्रस्तुत कर स्वागत किया. यहां कार्यक्रम में शामिल मुख्य अतिथि मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन जी ने अपने संबोधन में कहाकि आज का दिन बेहद खास है। यहां संतालों के इस पवित्र स्थान में विशेष पूजा एवं अनुष्ठान का आयोजन कि गई है। यह सभी को धार्मिक सहिष्णुता का संदेश देता है।
उन्होंने कहा लुगुबुरू घंटाबाडी आदिवासी लिए यह एक पवित्र धार्मिक धरोहर संतालों की अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक है। यहां से संतालों का गौरवशाली अतीत जुड़ा हुआ है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां होने वाले अंतरराष्ट्रीय महोत्सव सह सम्मेलन में हजारों, लाखो की संख्या में देश दुनिया से संताल समाज केलोग शामिल होते आए हैं।
कहा यहां प्रत्येक वर्ष आयोजित संताल सम्मेलन की पारंपरिक व्यवस्था अक्षुण्ण बना रहे, इस वजह से यहां पूजा अनुष्ठान व सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होने वे यहां पहुंचे हुए हैं। उन्होंने सभी को एकजुट रहने का आह्वान किया. कार्यक्रम उपरांत समिति सदस्यों ने माननीय मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन समेत अन्य मंत्री एवं विधायको को बुक्के, अंग वस्त्र देकर एवं बड़ा स्वागत माला पहना जोरदार स्वागत व अभिनंदन किया.
लुगूबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति के अध्यक्ष बबूली सोरेन एवं सचिव लोबिन मुर्मू ने बताया कि आयोजित दौ दिवसीय अंतरराष्ट्रीय धर्म महासम्मेलन में भाग लेने लाखो श्रद्धालु पहुंचे हैं। सभी श्रद्धालु यहां स्थित सीता झरना में स्नान कर व पूजा अर्चना कर लुगू पहाड़ पर चढ़ रहे हैं। सभी श्रद्धालु लुगू पहाड़ पर लुगू बाबा और लुगू आयो की पूजा-अर्चना करने के बाद वहां से उतर कर दोरबार चट्टानी स्थित पुनाय थान में पूजा अर्चना करेंगे। यहां झारखंड के अलावे पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, नेपाल सहित देश विदेश से लाखों श्रद्धालु आये हुए हैं।जिसका हर तरह से व्यवस्था प्रशासन द्वारा किया गया है।
लुगूपर्वत गुफा स्थल में लाखो श्राद्धालुओ की उमड़ी भीड़
हर साल की भांति इस साल भी कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आयोजन समिति लुगूबुरु पुनाय थान सरना धोरोमगाढ़ समिति (ट्रस्ट) सदस्यों के देख रेख में लुगूपर्वत गुफा स्थित पूजा स्थल में पिछले एक सफ्ताह से चली आ रही लुगु आयो की पूजा अर्चना कार्यक्रम के पाँचवे दिन में झारखंड व देश-विदेश से हजारों महिला पुरुष श्राद्धालुओ की भीड़ उमड़ पड़ी। श्राद्धालुओ के लिए पूजा-पाठ करने हेतु आयोजन समिति के द्वारा विशेष प्रबंद किया गया था।
वही महिला-पुरुष श्राद्धालुगणों का स्नान व शौचालय की अलग अलग व्यवस्था व श्राद्धालुगणो के लिए रहने ठहरने हेतु विशेष व्यवस्था की गई है।इसके अलावे श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी, सीसीटीवी कैमरा वोलेंटियर्स का व्यवस्था की गई है। ज्ञात हो कि लुगू पर्वत गुफा में कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों संताल आदिवासी सामाज अपनी धर्म,भाषा संस्कृति को प्राचीन काल से अब तक बरकरार रखने हेतू घण्टाबाड़ी पहुंच लुगु आयो की पूजा अर्चना पश्चात माथा टेकते है।
सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न परगनाओं के धर्म गुरुओ का कहना हैं कि हमसभी संताल आदिवासी प्रकृति के उपासक हैं।लाखों वर्षों से प्रकृतिपर ही उनका संविधान आधारित है।प्रकृति और एक-दूसरे के पूरक हैं।वही संताल आदिवासी श्रद्धालुओ अपनी उपासनामें प्रकृति की सुरक्षा हेतु सभी ने पूजा पाठ कर लुगु आयो सहित देवी देवताओं का आह्वान करते प्राकृति सुरक्षा की मन्नत मांगते हैं। तथा लुगू पर्वत गुफा में 5 दिवसीय पूजा-पाठ को सफल बनाने में समिति अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार टुडू ने अपने सभी सदस्यों के साथ जुटे हुए हैं।
यहां सम्मेलन में होटेल्स, फल-प्रसाद, पारंपरिक आधुनिक वस्त्र, सस्त्र, किताबें, बर्तन, आयुर्वेदिक अन्य स्टॉल्स जैसे मिठाई दुकान सहित फुटपाथ दुकानें शामिल हैं। सम्मेलन में विभिन्न संताल बहुल राज्यों के संस्कृति से जुड़ी साहित्य तथा धार्मिक किताबें एवं पारम्परिक वस्त्रों-हथियारों आदि स्टॉल्स लगाया गया है। प्रसाशन द्वारा श्राद्धालुओ के लिए रहने ठहरने एवं घंटाबाड़ी कार्यक्रम स्थल से लुगूपर्वत तक जगह जगह पर शौचालय,विधुत सोलर लाईट सोलर पेयजल, साफ सफाई आदि व्यवस्था की गई है।
राजकीय महोत्सव में सुरक्षा व्यवस्था का है पुख्ता इंतजाम
लुगूबुरु घांटाबाडी धोरोमगाढ़ में संताल आदिवासीयो का आयोजित सम्मेलन (राजकीय महोत्सव) को सफल बनाने को लेकर जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड पुलिस प्रसाशन पूरी तरह डटे हुए थे. देश विदेश से पहुंचे श्राद्धालुओ को कोई दिक्कत न हो इसको लेकर लगातार प्रसाशन द्वारा लुगूबुरु घांटा बाडी धोरोमगाढ़ समिति पदाधिकारियों और सदस्यों के साथ लगें हुए है।
इस सम्मेलन में करीब होटेल्स, फल-प्रसाद, पारंपरिक एवं आधुनिक वस्त्र, किताबें, बर्तन, आयुर्वेदिक अन्य स्टॉल्स व मिठाई दुकान सहित फुटपाथ दुकानें शामिल हैं। सम्मेलन में विभिन्न संताल बहुल राज्यों के संस्कृति से जुड़ी साहित्य एवं धार्मिक किताबें एवं पारम्परिक-हथियारों आदि स्टॉल्स लगाया गया है। प्रसाशन द्वारा श्राद्धालुओ के लिए रहने ठहरने तथा घांटाबाडी कार्यक्रम स्थल से लुगू पर्वत तक जगह जगह पर शौचालय, विधुत सोलर लाईट सोलर पेयजल आदि की व्यवस्था की गई है।
मंत्री योगेंद्र ने मुख्यमंत्री को बुक्के भेंटकर किया अभिनंदन
कार्तिक पूर्णिमा पर लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ में 25वां अंतरराष्ट्रीय संताल सरना धर्म महासम्मेलन में पूजा अर्चना केलिए आये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हेलीपेड में माननीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद बुके भेंटकर स्वागत, अभिनंदन किया। मंत्री श्री प्रसाद ने घँटाबाड़ी दरबार चट्टानी के पुनाय थान में माननीय मुख्यमंत्री जी के साथ मत्था टेका। क्षेत्र की सुख, समृद्धि की मंगलकामना की। जिसके बाद पुनः हेलीपेड पहुंचकर माननीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अगले निर्धारित स्थान के लिए विदा किया।