देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु, संथाल समाज की आस्था का महापर्व बना ललपनिया
ललपनिया, बोकारो :-लुगू बुरू घांटा बाड़ी धोरोम गाढ़ में बुधवार को श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। तड़के सुबह से ही ललपनिया की पवित्र धरती पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। पूरा वातावरण भक्ति, उल्लास और पारंपरिक संगीत से गूंज उठा। संथाल समाज के इस पवित्र स्थल पर आज ढोल, मांदर और नगाड़ों की थाप पर श्रद्धालु थिरकते नजर आए।
यह स्थल न केवल संथाल समाज की धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि उनकी सांस्कृतिक अस्मिता और परंपरा का प्रतीक भी है। देश के विभिन्न हिस्सों — झारखंड, ओडिशा, बंगाल, असम, बिहार, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ — से लेकर विदेशों तक से श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। पारंपरिक पोशाकों में सजे श्रद्धालु ‘लुगू बुरू बाबा’ के जयकारे लगाते हुए पूजा-अर्चना में लीन दिखाई दिए।
पूरे क्षेत्र में मेले जैसा माहौल बना हुआ है। श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और पूजा की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों की मदद से की गई है।
लुगू बुरू घांटा बाड़ी धोरोम गाढ़ में यह आयोजन केवल धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी बन गया है। यहां परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम देखने को मिल रहा है।
हर चेहरे पर भक्ति की चमक और हर कदम में आस्था का कंपन महसूस हो रहा है। सचमुच, ललपनिया की इस पवित्र भूमि पर आज श्रद्धा का सागर उमड़ पड़ा है, जिसने झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को एक नई ऊँचाई दी है।