सरैयाहाट (दुमका)। प्रखंड के दुलाटांड़ एवं पारसदह गांव में नाबार्ड द्वारा संचालित जीवा परियोजना का निरीक्षण करने नाबार्ड रांची से आए महाप्रबंधक आर.एस. भगवाने, सहायक प्रबंधक नागराजू, एवं डीडीएम शुभेंदु बेहरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक खेती, पोषण वाटिका, जीवामृत, हांडी औषधि एवं इंटरक्रॉपिंग जैसी तकनीकों का अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित आदिवासी किसानों ने बताया कि वे किस प्रकार जैविक पद्धति से खेती कर रहे हैं और कौन-कौन से स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हैं। अधिकारियों ने किसानों को प्राकृतिक खेती को और बढ़ावा देने के लिए नई तकनीकों और विषयों पर जानकारी दी।
महाप्रबंधक श्री भगवाने ने किसानों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि नाबार्ड की पहल का उद्देश्य किसानों को प्रकृति-आधारित टिकाऊ कृषि की ओर प्रोत्साहित करना है। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में लगाए गए वादी क्षेत्र में इंटरक्रॉपिंग को देखकर वे काफी प्रभावित हुए।
इस अवसर पर चेतना विकास संस्था की निर्देशिका रानी कुमारी ने जिला परियोजना से संबंधित सभी गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में चेतना विकास टीम और स्थानीय किसानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।