बरहड़वा। रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की तत्परता से एक नाबालिग लड़की और युवक को शुक्रवार की रात बरामद किया गया पूछताछ में पता चला कि युवक ने लड़की को शादी का प्रलोभन देकर घर से भगाया था और उसका फर्जी आधार कार्ड बनवाकर पहचान छिपाने की कोशिश की थी।
दोनों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई के बाद हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया गया। आरपीएफ इंस्पेक्टर संजिव कुमार ने बताया कि शुक्रवार की देर रात स्टेशन पर नियमित गश्त के दौरान प्लेटफॉर्म नंबर पर एक युवक और बुरका पहने हुई लड़की को इधर-उधर घूमते देखा गया। जवानों को उन पर संदेह हुआ। पूछताछ करने पर दोनों पहले तो घबरा गए और असंगत जवाब देने लगे। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर दोनों को आरपीएफ पोस्ट बरहरवा लाया गया।
आरपीएफ ने महिला संस्था बाल मंथन संस्थान, बरहरवा की प्रभारी आराधना मंडल को बुलाकर लड़की से अलग से पूछताछ करवाई। पूछताछ में लड़की ने बताया कि वह मूल रूप से नेपाल की निवासी है, लेकिन वर्तमान में अपने माता-पिता के साथ हरियाणा राज्य के गुड़गांव जिला, नाथूपुर थाना क्षेत्र के एक कॉलोनी में किराए के मकान में रहती है। उसके पिता होटल में रसोइया का काम करते हैं और मां घरों में झाड़ू-पोंछा करती हैं।
लड़की ने बताया कि उसके घर के सामने साहिल अली, निवासी उत्तर दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) रहता था। वहीं से दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और करीब एक महीने के अंदर दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। इसी दौरान साहिल ने उसे शादी का लालच देकर घर से भगा लिया। लड़की ने बताया कि साहिल उसे दिल्ली लेकर गया, जहां उसने अपने एक दोस्त की मदद से उसका नया आधार कार्ड बनवाया। इस कार्ड में लड़की का नाम बदलकर “रेशमा खातून” और उम्र 18 वर्ष से अधिक दर्ज कर दी गई, ताकि वह बालिग दिखे। साहिल ने पहचान छिपाने के लिए उसे बुरका खरीदकर पहनाया।
दिल्ली में रहने के दौरान लड़की ने अपने परिजनों से नेपाली भाषा में फोन पर बात की और अपनी स्थिति की जानकारी दी और उक्त युवक को मुस्लिम समुदाय का बताया गया। युवक नेपाली भाषा नहीं समझता था, इसलिए उसे पता नहीं चला कि लड़की ने घरवालों को सब कुछ बता दिया है।
गुरुवार की रात साहिल ने दिल्ली से कटिहार जाने का टिकट लिया, लेकिन बाद में ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन में बैठकर झारखंड की ओर निकल पड़ा। ट्रेन में यात्रा के दौरान साहिल ने अपने परिजन से फोन पर बातचीत की, जिसमें परिजन ने लड़की को साथ लाने से मना किया।
इस दौरान साहिल ने कहा कि वह लड़की को लेकर मुंबई भाग जाएगा, ताकि कोई उन्हें खोज न सके।लड़की को साहिल की नीयत पर शक हो गया और जैसे ही ट्रेन बरहरवा स्टेशन पर रुकी, वह साहिल से झगड़ते हुए नीचे उतर गई। दोनों के बीच झगड़ा और खींचतान देखकर प्लेटफार्म पर मौजूद आरपीएफ जवानों को संदेह हुआ। जवानों ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में लड़की ने पूरी कहानी बताई, जिसके बाद आरपीएफ ने लड़की के परिजनों से संपर्क साधा।
उन्हें मोबाइल पर सारी जानकारी दी गई। इसके बाद हरियाणा पुलिस के नाथूपुर थाना के एएसआई सतीश कुमार लड़की के माता-पिता के साथ सोमवार सुबह 10 बजे बरहरवा पहुंचे। आरपीएफ और संस्था की उपस्थिति में नाबालिग लड़की को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया गया, जबकि आरोपी युवक साहिल अली को हरियाणा पुलिस को सौंपा गया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर संजिव कुमार ने कहा कि रात में गश्त के दौरान सतर्कता बरतने से एक बड़ी वारदात टल गई। उन्होंने कहा, “यदि समय रहते लड़की को नहीं रोका जाता, तो उसके साथ बड़ा हादसा हो सकता था। यह हमारी टीम की सतर्कता का परिणाम है कि लड़की सुरक्षित अपने परिवार तक पहुंच पाई।”