
अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर किया बवाल
रामगढ़:- यातायात थाना में पदस्थापित एएसआई राहुल कुमार सिंह की ड्यूटी के दौरान मौत हो गयी. घटना की सूचना पर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जमकर बवाल काटा. मामला इतना बढ़ गया कि मौके पर प्रशासन और पुलिस के कई वरीय पदाधिकारियों को पहुंचना पड़ा.
जानकारी के अनुसार ट्रैफिक थाना में पदस्थापित एएसआई राहुल कुमार सिंह की ड्यूटी रविवार को पहले दिन बंजारी चेकपोस्ट के पास लगाई गयी थी. राहुल सिंह ड्यूटी पर मौजूद थे, करीब 4.30 पर उन्हें अचानक उल्टी होने लगी और वे बेहोश हो गये. इसके बाद मंदिर के पास के कुछ लोग उन्हें निजी नर्सिंग होम ले गये और इसकी जानकारी अन्य पुलिसकर्मियों को दी. जानकारी के बाद यातायात पुलिस के जवान वहां पहुंच उन्हें सदर अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
राहुल कुमार सिंह इससे पूर्व रामगढ़ थाना में पदस्थापित थे. 21 फरवरी को रामगढ़ थाना हाजत के अंदर बाथरूम में अनिकेत नामक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में दो एएसआई और थाना के मुंशी को सस्पेंड कर दिया गया था.जिस चोरी के मामले में अनिकेत को लाया गया था, उसके अनुसंधानकर्ता राहुल कुमार सिंह थे. सूत्रों के अनुसार केस डायरी को लेकर उनपर काफी दवाब दिया जा रहा था. संभवतः उसी कारण वे बीमार हो गये थे .पिछले 20-25 दिन से छुट्टी पर थे. शनिवार को रामगढ़ थाना से यातायात थाना में अपना योगदान दिया और रविवार को पहले ही दिन ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गयी.
राहुल कुमार सिंह के परिजनों ने रामगढ़ सदर अस्पताल पहुंचकर जमकर बवाल काटा. रामगढ़ के पुलिस पदाधिकारियों की आलोचना करते हुए जमकर खरी खोटी सुनाई. परिजनों ने रामगढ़ पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाये. हालांकि इस दौरान वीडियो लेने वालों को किसी तरह की रिकॉर्डिंग करने से मना कर दिया. मामला इतना गंभीर हो गया कि हजारीबाग प्रक्षेत्र के डीआईजी, आयुक्त, रामगढ़ डीसी, रामगढ़ एसपी, एसडीपीओ, डीएसपी हेडक्वार्टर, एसडीएम, सीओ, चार थानों के थानेदार पोस्टमार्टम हाउस में करीब 4 घंटे तक मौजूद रहे. आक्रोशित परिजनों को समझाया. लेकिन परिजनों ने रामगढ़ पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम नहीं कराया. डॉक्टर, मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में वीडियोग्राफी के साथ पंचनामा कर एम्बुलेंस से उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स ले जाया गया.