
नई दिल्ली , (आरएनएस)। भारतीय नौसेना ने एक बार फिर साहस का परिचय देते हुए न केवल ईरानी पोत को लुटेरों के चंगुल से छुड़ाया, बल्कि चालक दल के 23 पाकिस्तानी सदस्यों को बचा लिया। यह पूरा आपरेशन कई घंटे चला। दरअसल ईरान की अल-कंबर 786 नाम की पोत अरब सागर में मछली पकडऩे गई थी। इसके चालक दलों में 23 पाकिस्तानी नागरिक थे, तभी अचानक से समुद्री लुटेरों ने हमला कर शिप को हाइजैक कर लिया। नौसेना द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, आईएनएस सुमेधा ने एफवी ‘अल कंबरÓ को रोका और बाद में अभियान में मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस त्रिशूल से जुड़ गया। 12 घंटे से अधिक समय तक चले अभियान के बाद समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा। जहाज में करीब नौ समुद्री लुटेरे सवार थे। घटना के दौरान, ईरानी जहाज सोकोट्रा से 90 एनएम दक्षिण पश्चिम में था। भारतीय नौसेना ने कहा कि हम समुद्री सुरक्षा के लिए राष्ट्रीयता की परवाह नहीं करते। हम समुद्री सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।