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मई 2025 — पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम के संस्थापक और विवादास्पद मौलवी मुफ्ती मुनीर शाकिर की मौत के बाद उनके जनाजे की नमाज में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इस जनाजे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की उपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जनाजे की नमाज खुद एक लश्कर आतंकी ने पढ़ाई, और उसके पीछे खड़े थे देश के शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेता।
जनाजे में सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व की उपस्थिति
मुफ्ती शाकिर के जनाजे की नमाज पेशावर के बाग-ए-नरान में अदा की गई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। इस जनाजे में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की उपस्थिति ने सभी को चौंका दिया। उनके साथ अन्य वरिष्ठ सैन्य और राजनीतिक अधिकारी भी मौजूद थे। जनाजे की नमाज एक लश्कर आतंकी ने पढ़ाई, और उसके पीछे खड़े थे देश के शीर्ष नेता।
आतंकी के जनाजे में शीर्ष नेताओं की उपस्थिति: एक चिंताजनक संकेत
एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन के नेता के जनाजे में देश के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख की उपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति नीति और उसकी दोहरी भूमिका को उजागर करती है। जहां एक ओर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात करता है, वहीं दूसरी ओर उसके शीर्ष नेता एक आतंकी के जनाजे में शामिल होते हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भारत की चिंता
भारत ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “यह घटना पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति दोहरी नीति को उजागर करती है। एक ओर वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात करता है, और दूसरी ओर उसके नेता आतंकियों के जनाजे में शामिल होते हैं।”
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस घटना पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाओं ने पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की है