
लातेहार, झारखंड: महुआडांड़ थाना क्षेत्र के ग्राम निवासी प्रदीप उरांव ने पुलिस अधीक्षक, लातेहार से अपने आदिवासी रैयती भूमि पर हो रहे अवैध कब्जे के खिलाफ सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि अज्ञात दबंगों ने उनकी जमीन पर जबरन घेराबंदी शुरू कर दी है और धमकी दी जा रही है कि यदि काम नहीं होने दिया गया तो उन्हें जबरदस्ती उठा लिया जाएगा।
प्रदीप उरांव के अनुसार, दिनांक 21 फरवरी 2025, शुक्रवार को अज्ञात दबंगों ने ट्रक नंबर JH19A2694 के जरिए उनकी खाता संख्या- 24, प्लॉट संख्या- 530, रकबा 0.65 एकड़ की जमीन पर जबरन सीमेंट का स्लैब गिरा दिया। इसके अलावा, दबंगों ने वाहन संख्या JH01FH5572 से आकर घेराबंदी शुरू कर दी और अपने कब्जे का दावा करते हुए कभी लीज में लेने की बात कह रहे हैं तो कभी कोर्ट के आदेश का हवाला दे रहे हैं।
पीड़ित ने बताया कि वह एक गरीब आदिवासी हैं और उक्त भूमि उनकी पुश्तैनी रैयती जमीन है, जिस पर अवैध रूप से दबंगों द्वारा कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। इस संबंध में उन्होंने छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम की धारा 46, 4 एवं 71 (A) के उल्लंघन का हवाला देते हुए पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, उन्होंने अपने और अपने परिवार की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी अपील की है।
उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम की धारा 408, 71 एवं 11 (A) के तहत कार्रवाई करते हुए दोषियों पर सख्त कदम उठाया जाए ताकि उनकी जमीन सुरक्षित रह सके और उन्हें किसी तरह की क्षति न पहुंचे।
प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा
यह मामला आदिवासी समुदाय की भूमि सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और झारखंड में जमीन विवादों को लेकर अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं। प्रदीप उरांव का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करता तो दबंग उनकी भूमि पर पूरी तरह कब्जा कर सकते हैं।