
Ranchi:- दो चरणों में 81 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. और हर बार की तरह इस बार भी चुनावी माहौल में पार्टियों में अदला बदली का दौर भी देखने को मिला हुआ हैं.कई पार्टी के नेता अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी का दामन थामते हुए दिखे.और इसी में बीजेपी के कई नेताओं के रूठने -मनाने का दौर देखने को मिला.
बड़ी संख्या में टिकट नहीं मिलने से पार्टी के नेता अपने ही पार्टी से बागी हो गए और कुछ ने तो निर्दलीय चुनाव लडने का मन बना लिया और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ ही चुनावी ताल ठोकने की तैयारी कर ली. हालांकि मौके की नजाकत को देखते हुए , पार्टी के शीर्ष नेताओं ने रूठे हुए साथियों को मनाने और डैमेज कंट्रोल के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया था.
टास्क फोर्स को मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान,जो झारखंड बीजेपी के विधानसभा चुनाव के प्रभारी हैं. उनके साथ- असम के मुख्यमंत्री जो झारखंड बीजेपी के विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी है. इसके साथ ही पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश समिति कई मंजे हुए खिलाड़ियों को इस कार्य में लगाया था. बीजेपी अपने नाराज साथियों को मनाने में काफी सफल तक प्रयास भी रही.
हालांकि पूर्व मंत्री लुईस मरांडी लाख कोशिशों के बावजूद नहीं मानी और उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थाम लिया और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उन्हें भाजपा के खिलाफ ही जामा से उम्मीदवार भी बना दिया है.
दर्जनों नेताओं को मनाने में कामयाब बीजेपी
जिन रूठे हुए साथियों को मनाने में बीजेपी सफल रही ऐसे नेताओं की संख्या दर्जनों में है लेकिन कुछ प्रमुख नाम पूर्व सांसद रवींद्र राय का नाम है, ऐसा माना जा रहा था कि उन्हें पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से वह नाराज चल रहें थे। मीडिया में कई खबरें आईं कि वह भारतीय जनता पार्टी छोड़कर किसी दूसरे राजनीतिक दल की सदस्यता ले लेंगे. हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर आकर इन बातों का खंडन किया था. अब बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व सांसद रविंद्र राय को झारखंड बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है और कहा जा सकता है कि एक तरफ से डैमेज कंट्रोल कर लिया.
मेनका सरदार देंगी मीरा मुंडा को समर्थन
अगला नाम मेनका सरदार आता है.हालांकि बाद में डैमेज कंट्रोल पॉलिसी के तहत मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मेनका सरदार को मनाने में जुट गए. इस काम में पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी लगे हुए थे और आखिरकार बीजेपी सफल रही और मेनका सरदार ने पार्टी को दिया अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को अपना समर्थन देने की बात कही.सत्यानंद झा को मनाने में नेता जुटे रहे, हालांकि सत्यानंद झा बाटुल ने कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने के बाद फैसला लेंगे.मिसिर कुजूर-कमलेश राम भी मान गए
झारखंड के गुमला विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता मिसिर कुजूर ने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय पर्चा भर दिया था. इसके बाद हिमंता बिश्व सरमा राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश समेत कई नेता मिसिर कुजूर को मनाने गुमला पहुंचे थे.
मुनचुन राय-संदीप वर्मा का भी नाम लगातार सातवीं बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट से विधानसभा मैदान में उतरे विधायक सीपी सिंह के चुनावी रथ को रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी के ही दो दिग्गज नेता बागी हो गएकुछ नेता को नहीं मना पाई बीजेपी
मधुपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे राज पलिवार का टिकट कटने से वह नाराज हो गए. पार्टी ने राज पलिवार के जगह गंगा नारायण सिंह को मधुपुर से बीजेपी का प्रत्याशी बनाया है. राज पलिवार को मनाने के लिए भाजपा के झारखंड के संगठन प्रभारी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी को लगाया गया था.
दर्जनों नाराज नेताओं को भारतीय जनता पार्टी मनाने में सफल रही लेकिन आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे नेता भी रहे जो पार्टी से बगावत कर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोकते दिखेंगे, जिनमें प्रमुख नाम पूर्व मंत्री लुईस मरांडी , सरायकेला से प्रत्याशी गणेश महली , जमुआ से विधायक केदार हाजरा , बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल सारंगी सहित कई अन्य नेता शामिल हैं.
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