
पाकुड़
बालू के अवैध खनन के मामले मे पाकुड़ प्रखंड का नाम अग्रणी रहा है।ज्ञातव्य हो कि पाकुड़ प्रखंड के अंतर्गत कई गाँवो के नदी घाट पर धड़ल्ले अवैध तरीके से बालू माफिया बालू उठा कर ले जा रहे हैं और प्रशासन मौन धारण किए हुए बैठे हैं। ट्रैक्टर चालकों द्वारा डाला लेवल से ऊपर भी बालू को ले जाया जा रहा है।पुलिस के सामने से बालू लदे ट्रेक्टर को ले जाना प्रशासन की लचर व्यवस्था के साथ मिलीभगत भी हो सकती है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।ट्रैक्टर चालकों द्वारा ट्रेक्टर के डाले से अधिक बालू ढुलाई करना नियमों के खिलाफ है,क्योंकि ओवरलोड बालू ले जाना कहीं ना कहीं प्रशासन को मुँह चिढ़ाने जैसा है।शाम होते ही बालू घाट पर ट्रैक्टर का जमावड़ा स्टार्ट हो जाता है, क्योंकि सभी ट्रैक्टर अपनी बारी का इंतजार करते हैं।माफियाओं ने नियम बनाया है कि जो ट्रैक्टर जीतने अधिक ट्रिप लगाएंगे, मालिकों को उतना ही मुनाफा होगा।बालू ट्रैक्टर इतनी तेजी से ट्रेक्टर को ले जाते है,जिससे घटना होने की भी संभावना हो सकती है। बालू को डाले मे बिना ढके लेकर जाने से आम लोग के लिए भी खतरा का विषय बना हुआ है।सुबह से लेकर रात तक अवैध तरीके से बालू को उठाकर ले जा रहे हैं।बालू माफिया बेखौफ़ होकर नदी से बालू को उठाकर ले जा रहे हैं।हालांकि खबरों के प्रकाशन के बाद प्रशासन शख्ते मे आ जाती है।जिसके कारण कुछ दिन तक बालू अवैध खनन पर अंकुश लग जाता है।लेकिन कुछ दिवस पश्चात ही फिर से वही कहानी दुहराई जाने लगती है।जीपीएस के माध्यम से बालू सहित ट्रैक्टर की फोटो ली गई है जो गोकुलपुर, पाकुड़ का है जिसका लोंगीटूड 87.823438 डिग्री तथा लैटिटूड 24.638618 है।
[…] नियमों को ताक पर रख धड़ल्ले से नदी से ब… […]