
बसंत कुमार गुप्ता व्यूरो प्रमुख गुमला,
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुदर्शन भगत का कार्यकाल पिछले 15 वर्षों तक चला।वे पिछले तीन चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद वह पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रथम कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री का दर्जा मिलने के बाद भी आदिवासी बहुल गुमला जिला और लोहरदगा जिले की जनता को श्री सुदर्शन भगत विशेष योजनाओं का लाभ दिलाने में असमर्थ रहे और वह थोड़े ही दिन बाद केंद्रीय मंत्री के पद से हटा दिए गए।
श्री भगत के स्थान पर किसी दूसरे संसद को श्री सुदर्शन भगत के मंत्री का पद दिया गया। इसके बाद में वे सांसद के रूप में कार्यरत हैं। अब तक लोकसभा में वह तीन बार जीतकर जा चुके हैं। लेकिन आदिवासी बहुल गुमला और लोहरदगा जिले की जनता को रोजगार और बेरोजगारी जैसी समस्या से लोगों को निजात दिला पाने में असमर्थ रहे ।आदिवासी बहुल गुमला जिला और लोहरदगा जिले के पठारी क्षेत्र में बॉक्साइट की बहुलता है ।
लेकिन आज तक गुमला जिले में बॉक्साइट आधारित कारखाना का स्थापना भी इनके द्वारा नहीं कराई जा सकी और ना ही कारखाना की स्थापना के लिए पहल ही किया गया। जिसके कारण गुमला और लोहरदगा जिले से लोगों का पलायन बदस्तूर जारी है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी इन्हें टिकट भी देती है तो लोकसभा से वह पुनः जीत हासिल कर लोकसभा पहुंच पाएंगे इस पर संशय लग रहा है। इस संबंध में झारखंड नवनिर्माण दल के संयोजक विजय कुमार सिंह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुदर्शन भगत को क्षेत्र के विकास की चिंता नहीं है और ना ही पलायन को रोकने की दिशा में ही इनके द्वारा कोई प्रयास किया गया। ऐसे प्रत्याशियों को चुनाव में सबक सिखाने की जरूरत है जो की जनता के वोट से जीत हासिल कर क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने में ध्यान नहीं दिया करते हैं।