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नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त Gyanesh Kumar ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देश में अब दूसरी चरण की Special Intensive Revision (SIR) का अभियान 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में Bihar में लगभग 7.5 करोड़ मतदाताओं ने भाग लिया था।
यह अभियान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि लंबे समय से मतदाता सूची में बदलाव, प्रवास, डुप्लीकेट प्रविष्टियां और सूची में त्रुटियाँ बनी हुई थीं। SIR के जरिए मतदाताओं को सुनिश्चित किया जाएगा कि उनकी नाम-पंजीकरण सही हो, वे पात्र हों और आगामी चुनावों में उनका मताधिकार सुरक्षित रहे।
क्या-क्या फायदे मिलेंगे?
- नामों में सुधार / संशोधन – यदि आपका नाम पुराने मतदाता सूची में नहीं है या बदल गया पता है, तो SIR के माध्यम से सही जानकारी दर्ज कराई जा सकेगी।
- नई पंजीकरण सुविधा – जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हुई है या अभी-तक पंजीकृत नहीं थे, वे भी आवेदन कर सकते हैं।
- डुप्लीकेट या अमर नाम हटा पाएँगे – सूची में मृतक, प्रवासी या अन्यत्र पंजीकृत वोटरों को हटाकर सूची को वास्तविक और सटीक बनाया जाएगा।
- घर-घर सत्यापन – बूथ-स्तरीय अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की सूची पूछेंगे, फॉर्म वितरित करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सूची में शामिल होना आसान हो।
- पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ेगी – यह प्रक्रिया चुनावी पंजीकरण को और भरोसेमंद बना सकती है, जिससे मतदाता-संपर्क बेहतर होगा।
किन राज्यों में चल रहा है?
दूसरे चरण में 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में SIR की शुरुआत हो रही है, जिनमें प्रमुख हैं: West Bengal, Tamil Nadu, Kerala और Uttar Pradesh।
क्यों जरूरी?
- पिछले लगभग 21 सालों में इस तरह का व्यापक SIR नहीं हुआ था।
- प्रवास, शहरीकरण तथा मतदाता-रोल में बदलाव की वजह से सूची की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठे थे।
- चयनित क्षेत्रों में आगामी विधानसभा-चुनाव तय हैं, इसलिए समय रहते सूची का आधुनिकीकरण आवश्यक था।
- सूची में गलत प्रविष्टियों को हटाने तथा नए, योग्य मतदाताओं को शामिल करने से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत किया जा सकता है।
मतदाताओं को क्या करना चाहिए?
- यदि आप सही मतदाता सूची में पंजीकृत हैं या नहीं, यह जाँचे।
- यदि नाम नहीं है या पता बदल गया है, तो आवेदन कर जानकारी सुधारें।
- दस्तावेज तैयार रखें क्योंकि सत्यापन के दौरान पूछे जा सकते हैं।
- अपनी-अपनी बूथ-स्तरीय अधिकारी (BLO) से संपर्क करें यदि परेशानी हो रही हो।
- प्रक्रिया में हिस्सा लेकर सुनिश्चित करें कि आपका वोट दर्ज हो और चुनने का अधिकार सुरक्षित रहे।