
अनूप कुमार की रिपोर्ट,
गढ़वा। विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने उपायुक्त दिनेश कुमार यादव से मुलाकात कर विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने उपायुक्त की ऊर्जा और कार्यक्षमता की सराहना करते हुए कहा कि गढ़वा एक आकांक्षी जिला है। यहां कर्मठ एवं योग्य आईएएस अधिकारी की जरूरत थी।
विधायक ने कहा कि गढ़वा की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचार है। कई पंचायतों में योजनाएं धरातल पर नहीं उतरीं, फिर भी 100% राशि की निकासी हो चुकी है। उन्होंने इस मामले की गहराई से जांच की मांग की।
विधायक ने जल जीवन मिशन में हुए बड़े घोटाले का भी जिक्र किया। बताया कि इससे आम जनता को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इस दिशा में तत्काल ठोस कार्रवाई की मांग की।
विधायक ने गढ़वा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी नियम-कानून को ताक पर रखकर खुद को एक पूर्व मंत्री का करीबी बताकर सरकारी जमीनों को औने-पौने दामों में अपने चहेतों को बेच रहे हैं।
विधायक ने दावा किया कि बाजार मूल्य की तुलना में बेहद कम सरकारी मूल्य पर इन जमीनों को बेचा गया। बदले में भारी रिश्वत ली गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस अवैध कमाई से तत्कालीन उपायुक्त को भी रकम दी जाती थी। उन्होंने कहा कि वह इस भ्रष्ट कार्यपालक पदाधिकारी के विरुद्ध ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग और गृह मंत्रालय को लिखित शिकायत करेंगे, जिसमें आय से अधिक संपत्ति की जांच की मांग की जाएगी।
विधायक ने कहा कि मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर धन की लूट हुई है। पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) में भी घोटाले हुए हैं, जो अब भी जारी हैं। इन मामलों की भी जांच आवश्यक है।
विधायक ने एलपीसी (भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र) के नाम पर माफियाओं द्वारा फैलाई गई अराजकता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अपराधी और माफिया गलत दस्तावेजों के आधार पर एलपीसी बनवाकर जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं। ऊंचे दामों पर उन्हें बेच रहे हैं। इससे असली भूधारकों में भय का माहौल है।