बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण झारखंड में आदिवासी असुरक्षित: राफिया नाज़

बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण झारखंड में आदिवासी असुरक्षित: राफिया नाज़

Views: 53
0 0
Read Time:5 Minute, 2 Second
बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण झारखंड में आदिवासी असुरक्षित: राफिया नाज़

रांची। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज़ ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हालिया बयान को हास्यास्पद करार दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि पूरे देश के आदिवासी जहां कहीं भी हैं, वे झारखंड आ सकते हैं, हम उन्हें बसाएंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राफिया नाज़ ने कहा कि राज्य के आदिवासी पहले से ही बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, और मुख्यमंत्री को पहले उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, उसके बाद किसी को आमंत्रित करना चाहिए।

आदिवासी समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है

राफिया नाज़ ने आरोप लगाया कि झारखंड में आदिवासी समुदाय की भूमि और संसाधनों पर बांग्लादेशी घुसपैठियों का लगातार कब्जा हो रहा है, जिससे न केवल उनके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है, बल्कि उनकी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को भी मिटाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की बढ़ती गतिविधियां झारखंड के सांप्रदायिक और सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा रही हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि झारखंड के विभिन्न इलाकों में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे राज्य की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दे और ठोस कदम उठाए।

मुख्यमंत्री के बयान पर सवाल

राफिया नाज़ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि जब झारखंड के मूल निवासी आदिवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, तब मुख्यमंत्री का अन्य राज्यों के आदिवासियों को यहां बसाने का विचार न केवल अव्यावहारिक बल्कि राज्य के हितों के खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले झारखंड के आदिवासियों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए, उसके बाद अन्य राज्यों के लोगों को आमंत्रित करने पर विचार करना चाहिए।

बांग्लादेशी घुसपैठ राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा

राफिया नाज़ ने दावा किया कि झारखंड में अवैध घुसपैठियों की बढ़ती संख्या राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है। उन्होंने कहा कि यह घुसपैठ न केवल आदिवासियों की भूमि पर कब्जे का कारण बन रही है, बल्कि इससे राज्य की सामाजिक संरचना और शांति व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।

उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें राज्य से बाहर निकाला जाए और झारखंड के आदिवासी समुदाय को उनकी संस्कृति, परंपरा और भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

भाजपा ने उठाई कार्रवाई की मांग

राफिया नाज़ ने झारखंड सरकार से आग्रह किया कि वह बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और राज्य के आदिवासियों को उनकी भूमि और अधिकारों की सुरक्षा प्रदान करे। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी करेगी, ताकि झारखंड के आदिवासी समुदाय को न्याय मिल सके।

बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा झारखंड में एक गंभीर राजनीतिक और सामाजिक बहस का विषय बन गया है। भाजपा प्रवक्ता राफिया नाज़ के इस बयान ने इस मुद्दे को और भी गरमा दिया है। अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इस आरोप पर क्या प्रतिक्रिया देती है और इस समस्या के समाधान के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

Loading

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

More From Author

क्या ग्रीन टी से वजन कम होता है? जानिए फायदे, साइड इफेक्ट्स और किन लोगों को नहीं पीनी चाहिए

क्या ग्रीन टी से वजन कम होता है? जानिए फायदे, साइड इफेक्ट्स और किन लोगों को नहीं पीनी चाहिए

शादी समारोह में हर्ष फायरिंग से हड़कंप, युवक घायल; दो गिरफ्तार

शादी समारोह में हर्ष फायरिंग से हड़कंप, युवक घायल; दो गिरफ्तार

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Web Stories

ताजा खबरें

local news

add

Post