
झारखंड, भारत – 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर झारखंड में पूरे देशभक्ति के माहौल के बीच समारोह आयोजित किए गए। राज्यपाल संतोष गंगवार ने राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपराजधानी दुमका के पुलिस लाइन मैदान में झंडोत्तोलन कर झारखंडवासियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विभिन्न झांकियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और राज्य सरकार की योजनाओं को दर्शाने वाली प्रस्तुतियों ने समारोह की शोभा बढ़ाई।
राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं, योजनाओं पर दिया जोर
मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने झंडोत्तोलन के बाद गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन हमारे संविधान निर्माताओं के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर है, जिनकी वजह से भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश बना है। उन्होंने झारखंड सरकार की योजनाओं और विकास के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में विशेष रूप से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में चलाई जा रही योजनाओं की चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘पलाश’, ‘सखी मंडल’, और ‘झारखंड की बेटी योजना’ जैसी योजनाओं ने राज्य के ग्रामीण इलाकों और महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे राज्य के विकास में सक्रिय भागीदार बनें।
मुख्यमंत्री ने बढ़ाई उम्मीदें, राज्यवासियों के भरोसे का किया धन्यवाद
उपराजधानी दुमका में पुलिस लाइन मैदान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झंडोत्तोलन कर अपने संदेश में झारखंड की जनता को शुभकामनाएं दीं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “यह दिन हमारे गणतंत्र की मजबूती का प्रतीक है। आपके विश्वास और समर्थन से हमें राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रेरणा मिली है। आपकी उम्मीदें हमारी जिम्मेदारियों को और बढ़ाती हैं।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी, दलित, और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने ‘पेट्रोल सब्सिडी योजना’, ‘शिक्षा प्रोत्साहन योजना’, और ‘हरित क्रांति परियोजना’ का उल्लेख करते हुए बताया कि सरकार ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने जल, जंगल, और जमीन की रक्षा का संकल्प दोहराते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण में झारखंड ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में सभी युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर नई योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिससे राज्य में बेरोजगारी को दूर करने में मदद मिलेगी।
झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुति
रांची के मोरहाबादी मैदान और दुमका के पुलिस लाइन मैदान में झांकियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह में चार चांद लगा दिए। मोरहाबादी मैदान में विभिन्न विभागों की झांकियों ने राज्य की उपलब्धियों को दर्शाया।
- कृषि विभाग की झांकी में प्राकृतिक खेती और किसानों की समृद्धि के दृश्य दिखाए गए।
- महिला सशक्तिकरण की झांकी ने राज्य में महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भर बनाने वाले कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।
- पर्यावरण संरक्षण और हरित क्रांति की झांकी ने वन संपदा और जल स्रोतों के संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया।
दुमका में आदिवासी संस्कृति और झारखंड के पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण रही। संथाली नृत्य, नागपुरी नृत्य, और ढोल-नगाड़ों की ध्वनि ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रमों ने सभी का दिल जीत लिया।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
गणतंत्र दिवस समारोह को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। रांची के मोरहाबादी मैदान और दुमका के पुलिस लाइन मैदान में सुरक्षाबलों की तैनाती और सख्त निगरानी रखी गई। ड्रोन कैमरों के जरिए समारोह स्थल पर नजर रखी जा रही थी। समारोह में शामिल होने आए लोगों की गहन जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी गई।
राज्य के सभी जिलों में पुलिस ने सतर्कता बरती और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई। यह सुनिश्चित किया गया कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।
बच्चों और युवाओं में खास उत्साह
गणतंत्र दिवस पर झारखंड के विद्यालयों और महाविद्यालयों में भी तिरंगा फहराया गया। विभिन्न स्कूलों में भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन, और झांकी प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों ने झंडोत्तोलन के दौरान राष्ट्रगान गाया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
दुमका और रांची में आयोजित समारोहों में बच्चों के साथ-साथ युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई युवा प्रतिभागियों ने अपने अद्वितीय विचारों और झारखंड की प्रगति में योगदान करने के संकल्प को प्रस्तुत किया।
नागरिकों ने जताया गौरव और खुशी
गणतंत्र दिवस के इस विशेष अवसर पर झारखंड के नागरिकों ने गर्व और खुशी प्रकट की। झारखंड के हर कोने से यह संदेश स्पष्ट था कि लोग राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और विकास कार्यों से प्रसन्न हैं। लोगों ने बताया कि यह दिन उनके दिल में देशप्रेम की भावना को और प्रबल करता है और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है।
रांची की रहने वाली निधि कुमारी ने कहा, “गणतंत्र दिवस का यह समारोह हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों का महत्व समझाता है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा राज्य की योजनाओं का उल्लेख हमें प्रोत्साहित करता है कि झारखंड सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।”
76वें गणतंत्र दिवस पर झारखंड में आयोजित समारोह ने राज्य की विकास यात्रा और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रमों ने न केवल लोगों को प्रेरित किया, बल्कि राज्य की भविष्य की योजनाओं के लिए नई उम्मीदों को भी बढ़ावा दिया। झारखंड के लोगों ने इस दिन को राष्ट्रीय गौरव और सामुदायिक समर्पण के साथ मनाया, और यह साबित किया कि राज्य विकास के पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है।