
- शहीद होने से 3 घंटे पहले हुई थी पत्नी से बात कहा था एक महीने की छुट्टी पर जल्द आऊंगा
बच्चे रो रो कर बार-बार बोल रहे थे पापा आंख खोलो।
- शहीद जवान संतोष उरांव को जगह-जगह पर श्रद्धांजलि दी गई।
प्रेम कुमार साहू घाघरा,
गुमला:- चाईबासा गोईलकेरा के हाथीबेड़ा जंगल में आईडी ब्लास्ट में शहीद हुए जवान संतोष उरांव का शव शनिवार को गांव पहुंचा। जहां गुमला डीसी करण सत्यार्थी और एसपी हरविंदर सिंह दिन के 10:30 बजे गांव तुरियादिह पहुंच शहीद जवान को श्रद्धांजलि दिया पुष्प अर्पित किया। शव पहुंचते ही गांव में पूरा वातावरण गमगीन हो गया लोगों की आंखों से आंसू झलकती नजर आए।

जहां डीसी एसपी ने शहीद हुए जवान की माता और उनकी पत्नी व भाई को ढाढ़स बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिया ।साथ ही आर्थिक सहयोग के रूप में एक लाख का चेक भी जिला प्रशासन द्वारा दिया गया ।शहीद जवान के छोटे भाई सतराम उरांव ने अपने भाई की प्रतिमा घाघरा में लगवाने की बात कही। जिस पर डीसी एसपी ने कहा कि जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी ।किसी भी तरह की परेशानी में हर संभव मदद के लिए जिला प्रशासन तैयार है की बात कही। शहीद जवान को अंतिम सलामी भी दी गई। वहीं एक झलक पाने को लेकर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे इसके साथ ही सीआरपीएफ के भी कई अधिकारी उक्त गांव पहुंचे थे। शाहिद जवान अपने पीछे अपनी मां अपनी पत्नी दो बच्चे भाई को छोड़ चले। वहीं शहीद के जवान के छोटे भाई सतराम उराव ने बताया कि उसके भाई 2014 में सीआरपीएफ में जॉइनिंग किया था। वहीं बीते 4 नवंबर 2023 को वह घर आया था जिसके बाद 14 नवंबर 2023 को वह ड्यूटी पर पुन वापस लौट गया था। दशहरा की छुट्टी नहीं मिली जिसके कारण वह गांव फिर नहीं आ पाया। घर की स्थिति भी काफी दयनिय है।