
लातेहार, 10 मई 2025: झारखंड की मुख्य सचिव अल्का तिवारी का आज लातेहार जिले में आगमन हुआ। उनके साथ वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव अबु बक्कर सिद्दीकी तथा जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार भी उपस्थित रहे। लातेहार परिसदन में उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता द्वारा पुष्पगुच्छ देकर सभी का स्वागत किया गया। इस दौरान मुख्य सचिव को गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया।
मुख्य सचिव ने लातेहार परिसदन में मंडल डैम परियोजना के निर्माण में आ रही समस्याओं की गहन समीक्षा की। इस बैठक में पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी प्रमंडल के उप निदेशक ब्रजेश कांत जेना ने बताया कि मंडल डैम निर्माण के कारण छह गांव डूब क्षेत्र में आते हैं और 780 परिवारों को विस्थापित किया जाएगा। इन परिवारों को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के साथ पुनर्वासित करने की प्रक्रिया तेज की जा रही है।

बैठक में गढ़वा जिले के रनका प्रखंड स्थित विश्रामपुर गाँव में इन परिवारों के पुनर्वास पर विस्तृत विमर्श हुआ। इस क्रम में विस्थापित परिवारों को भूमि, मुआवजा, तथा मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को पुनर्वास स्थल पर सड़क, पानी, बिजली, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र जैसी सुविधाएं शीघ्र विकसित करने के निर्देश दिए। उपायुक्त गढ़वा को शिफ्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया।
इसके पश्चात मुख्य सचिव ने पलामू जिले के पोलपोल गांव का दौरा किया, जहां पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर क्षेत्र से विस्थापित परिवारों को बसाया गया है। मुख्य सचिव ने वहां रह रहे लोगों से बातचीत कर उनके अनुभव जाने। उन्होंने आवंटित मकान, भूमि और अन्य सुविधाओं की जानकारी ली और आश्वस्त किया कि सरकार का उद्देश्य सभी विस्थापित परिवारों को सुरक्षित एवं सम्मानजनक जीवन देना है।

मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को पुनर्वासित परिवारों को संपत्ति का दस्तावेजी अधिकार देने का निर्देश दिया। इसके लिए उन्होंने रजिस्टर-2 में नाम दर्ज कर प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजने को कहा। उन्होंने पोलपोल को माडल ग्राम के रूप में विकसित करने का आश्वासन दिया।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि सभी पुनर्वासित परिवारों का आधार कार्ड बनवाया जाए एवं उसमें पते में संशोधन किया जाए। साथ ही इन परिवारों को कृषि, पशुपालन, सहकारिता, सिंचाई विभाग की योजनाओं से जोड़ा जाए। उन्होंने बच्चों को स्कूल व आंगनबाड़ी से जोड़ने का भी निर्देश दिया।
पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर क्षेत्र से लोगों को विस्थापित कर पोलपोल में बसाने का कार्य चल रहा है। इस योजना के तहत गारू प्रखंड के कुजरूम से 57 एवं जयगीर से 22 परिवारों को पुनर्वासित किया जाना है। अब तक कुजरूम से 35 और जयगीर से 22 परिवार पुनर्वासित किए जा चुके हैं। सरकार द्वारा इन परिवारों को नगद सहायता भी दी जा रही है।
इसके बाद मुख्य सचिव ने उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना (मंडल डैम) के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की।

इस अवसर पर वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव अबु बक्कर सिद्दीकी, जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार, लातेहार उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता, गढ़वा उपायुक्त शेखर जमुआर, पलामू उपायुक्त शशि रंजन, लातेहार एसपी कुमार गौरव, पलामू एसपी रीष्मा रमेशन, गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय, पलामू व्याघ्र परियोजना के अधिकारी कुमार आशीष, ब्रजेश कांत जेना, डीएफओ लातेहार, आईटीडीए निदेशक लातेहार समेत जिला, अनुमंडल, प्रखंड, वन विभाग एवं पलामू टाइगर प्रोजेक्ट के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
पलामू व्याघ्र परियोजना के कोर क्षेत्र से लोगों को विस्थापित कर पोलपोल में बसाने का कार्य चल रहा है। इस योजना के तहत गारू प्रखंड के कुजरूम से 57 एवं जयगीर से 22 परिवारों को पुनर्वासित किया जाना है। अब तक कुजरूम से 35 और जयगीर से 22 परिवार पुनर्वासित किए जा चुके हैं। सरकार द्वारा इन परिवारों को नगद सहायता भी दी जा रही है।
इसके बाद मुख्य सचिव ने उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना (मंडल डैम) के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की।