
बरहरवा (साहेबगंज)। शुक्रवार को साहेबगंज जिला के बरहेट प्रखंड अंतर्गत ऐतिहासिक स्थल भोगनाडीह में आयोजित वीर शहीद सिदो-कान्हू जयंती कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का बखान करते हुए लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार जनता की भलाई के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने एक बार फिर उनकी सरकार पर भरोसा जताया है, और इस भरोसे को वे विकास के जरिये मजबूत करेंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत जैसे ही कोई व्यक्ति 50 वर्ष की उम्र पार करेगा, उसे स्वतः पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके लिए अब लोगों को प्रखंड कार्यालय या अन्य सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है जो सीधे तौर पर बुजुर्गों के जीवन में राहत लाएगा।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए सीएम सोरेन ने बताया कि साहेबगंज जिले में लगभग दो लाख महिलाओं को मईया सम्मान योजना के तहत ₹2500 मासिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिनका पैसा पहले रुका हुआ था, उन्हें भी अब यह राशि मिल रही है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि जब तक उनकी सरकार रहेगी, यह सहायता राशि हर महीने वेतन की तरह महिलाओं के खाते में आती रहेगी।
पंचायत स्तर पर सुविधाओं को सुलभ बनाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हर पंचायत में ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे लोगों को अपने सारे काम पंचायत स्तर पर ही पूरे करने की सुविधा मिले। इसके लिए सरकार का विस्तृत प्लान तैयार है, लेकिन विपक्ष इसमें लगातार अड़ंगे डाल रहा है, जिससे इसमें थोड़ी देरी हो रही है।
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सुधार की बात करते हुए उन्होंने घोषणा की कि साहेबगंज में मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा, जिससे स्थानीय छात्रों को डॉक्टर बनने के लिए अब राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही गंगा तट पर मरीन ड्राइव की तर्ज पर सौंदर्यीकरण कार्य कराया जाएगा, जिससे क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे सुधारों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय खोले जा रहे हैं तथा अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में 35,000 बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। ये बच्चे भविष्य में डॉक्टर, इंजीनियर बनकर राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे। उच्च शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत छात्रों को 15 लाख रुपए तक की शिक्षा ऋण बहुत कम ब्याज पर मिलेगा, जिसे नौकरी के बाद चुकाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब हर साल झारखंड से 50 छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए भेजा जाएगा, जबकि पहले यह संख्या केवल 25 थी।
उन्होंने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों को 25 वर्षों तक झारखंड को आगे बढ़ाने का मौका मिला, उन्होंने राज्य को कीचड़ में धकेल दिया। लेकिन अब झारखंड का युवा न सिर्फ आगे बढ़ेगा, बल्कि दौड़ेगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि देश कठिन दौर से गुजर रहा है, लेकिन झारखंड में विकास की रफ्तार लगातार बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बातें कम करती है और काम ज्यादा करती है।