
- योजनाओं के नाम पर हो रहा है सरकारी राशि का दुरूपयोग
- खबरों के लगातार प्रकाशन के बावजूद नहीं हुई कोई कार्यवाही
महेशपुर/पाकुड़
मुखिया एवं बिचौलियों के द्वारा डोभा निर्माण मे व्यापक अनियमितता देखने को मिल रहा।इस खबर को लेकर पूर्व मे भी प्रकाशित किया गया था, लेकिन प्रकाशन के बावजूद कार्यवाही ना होना संदेहास्पद प्रश्न है।बताते चलें की बलियाडंगाल पंचायत के बरहाबाद गांव में जय हेंब्रम की जमीन पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में डोभा निर्माण कराया गया है जिसकी लंबाई चौड़ाई 909010 है। यह योजना 477773 रूपये का है परंतु योजना के अनुरूप ना तो कोई कार्य किया गया है ना ही कार्य की गुणवत्ता अच्छी है।ऐसा प्रतीत होता है जैसे योजना के नाम पर खानापूर्ति की गई हो।योजनाओं को जैसे तैसे पूरा कर सरकारी राशि की निकासी कर बंदरबांट किया गया है।बताते चले की डोभा निर्माण कार्य को ना तो सही ढंग से किया गया है क्योंकि देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि लंबाई चौड़ाई सही तरीके से नहीं किया गया और जैसे तैसे बनाकर बिचोलिया द्वारा पैसा को अपना जेब में भर लिया गया।ऐसा प्रतीत होता है जैसे संबंधित कर्मियों को जनता के हितों का ध्यान नहीं अपितु सिर्फ उन्हें अपनी जेबें गर्म करनी है।भ्रष्टाचार के इस खुले खेल में ना तो संबंधित अधिकारियों का ध्यान है और ना ही जनप्रतिनिधियों का जिसका फायदा मुखिया,पंचायत सचिव तथा रोजगार सेवक जैसे कर्मी उठाते हैं,तथा जनता को ठगने का काम करते है।डोभा निर्माण कार्यो में ऐसा भ्रष्टाचार कहीं ना कहीं जांच का विषय है।यदि इस पर उचित तरीके से जांच की जाए तो भ्रष्टाचार की कई परतों का खुलासा हो सकता है।साथ ही साथ जनता के हक तथा अधिकारों से वंचित करने वाले ऐसे कर्मी तथा बिचौलियों को एक सबक मिल सकता है।