
रांची, झारखंड – रांची में एक युवती के साथ हो रही छेड़खानी के विरोध पर एक युवक को बेदर्दी से पीटने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना उस समय घटी जब युवक ने कुछ लोगों को एक युवती के साथ अश्लील हरकतें करते हुए देख लिया और उनका विरोध करने की कोशिश की। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसे देखते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। इस मामले में अब तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं जा सका है, लेकिन पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है।
पुलिस की माने तो इस घटना के पीछे एक आपराधिक संगठन “आदम सेना” का हाथ है। जानकारी के अनुसार, आदम सेना एक जातीय संगठन है, जो विभिन्न अपराधों में लिप्त रहता है और इसके कुछ सदस्य समाज में भय का वातावरण बनाए रखते हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में पूर्व पार्षद का भाई आदम सेना का सक्रिय सदस्य है और इस संगठन का नेता बताया जा रहा है। पुलिस ने घटना से जुड़े मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली है और अब उसकी गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं।
घटना का विवरण:
यह घटना रांची के एक व्यस्त इलाक़े में घटी। पीड़ित युवक अपनी छोटी बहन के साथ किसी काम से बाहर जा रहा था और इसी दौरान उसने देखा कि कुछ लोग एक युवती के साथ छेड़खानी कर रहे थे। युवक ने उन दरिंदों को डराया और समझाया कि वे युवती को परेशान न करें, लेकिन इस विरोध का परिणाम भयावह था। छेड़खानी करने वाले उन लोगों ने गुस्से में आकर उस युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपियों ने युवक के सिर पर तगड़ी चोटें मारीं और उसे बुरी तरह से पीटते हुए वहां से भाग निकले।

घटना का वायरल वीडियो:
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे देखकर न केवल रांची, बल्कि पूरे राज्य में गुस्से की लहर दौड़ गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपियों ने युवक को बेरहमी से पीटा और उसे गंभीर चोटें पहुंचाईं। इसके बाद वीडियो में पुलिसकर्मी उस युवक को अस्पताल ले जाते हुए भी दिखते हैं। पुलिस के लिए यह वीडियो एक अहम सबूत बन चुका है, और इसे लेकर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है।

पुलिस की कार्रवाई:
घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मामले से संबंधित सभी पहलुओं को जांचने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है। पुलिस ने आरोपी व्यक्तियों की पहचान करने के लिए कई सूत्रों का सहारा लिया है और अब तक दो संदिग्धों की तस्वीरें भी प्राप्त हुई हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आदम सेना संगठन से संबंधित कुछ आरोपियों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की है, जो मुख्य रूप से इस हमले के दोषी माने जा रहे हैं।
रांची पुलिस ने इस घटना में शामिल मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की जानकारी देने में मदद करें और नाम न छापे जाने की सुरक्षा का भरोसा दिया है।
आदम सेना का प्रभाव:
आदम सेना संगठन रांची के कई इलाकों में अपनी गतिविधियों के लिए कुख्यात है। यह संगठन जातिवादी राजनीति से जुड़ा हुआ माना जाता है और इसके सदस्य अक्सर शहर के विभिन्न हिस्सों में माहौल बिगाड़ने के लिए मचे रहते हैं। यह संगठन खासतौर पर कमजोर वर्ग के खिलाफ हिंसा और छेड़खानी जैसी घटनाओं में लिप्त रहता है, जिसे लेकर पुलिस को कई शिकायतें भी प्राप्त हो चुकी हैं।
रांची में पुलिस प्रशासन ने आदम सेना को लेकर पहले भी कई बार कड़े कदम उठाए हैं, लेकिन संगठन के सदस्यों के राजनीतिक संबंधों और समाज में अपनी पकड़ के कारण उन्हें दबाव का सामना करना पड़ता है। पुलिस ने अब आदम सेना के नेताओं को चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिश करने वाले अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अतिरिक्त प्रयास:
रांची पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से लेकर विशेष जांच दल बना रही है। स्थानीय अधिकारियों ने बयान दिया है कि इस घटना से रांची में कानून-व्यवस्था का बिगड़ना कोई स्वीकृत स्थिति नहीं है और ऐसे घटनाओं को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस टीम युवकों की पिटाई के आरोपियों के बारे में सुराग जुटा रही है और जल्द ही उनको गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।
इसकी साथ ही पुलिस ने ये भी घोषणा की है कि वह रांची के सभी क्षेत्र में हिंसा और छेड़खानी की घटनाओं की रोकथाम के लिए स्पेशल पॉलिसी बना रहे हैं ताकि कोई भी व्यक्ति डर के बिना कानून का पालन कर सके। पीड़ित युवक को जल्द ही न्याय दिलाने का वादा भी अधिकारियों ने किया है।
यह घटना न केवल रांची बल्कि पूरे राज्य में गुस्से की लहर को जन्म दे चुकी है। समाज में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को और अधिक तत्पर होने की जरूरत है। आदम सेना और जैसे अन्य संगठन जो अशांति फैलाते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जो इनाम घोषित किया है, वह एक सकारात्मक कदम है, लेकिन पुलिस को पूरी जिम्मेदारी के साथ समाज में सुरक्षात्मक माहौल बनाना होगा ताकि ऐसे हिंसक घटनाओं का सामना करने के लिए जनता को डरने की बजाय खुद पर विश्वास हो सके।