बरहरवा (साहिबगंज)। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा आम लोगों को बेहतर निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा देने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन राजमहल अनुमंडल अस्पताल में हालात बिल्कुल उल्टे दिख रहे हैं।
बुधवार को अस्पताल में 41 महिला मरीजों का बंध्याकरण (Sterilization) ऑपरेशन किया गया। सरकारी प्रावधान के अनुसार मरीजों को मुफ्त दवा, भोजन और अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए थीं, लेकिन मरीजों और परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि अस्पताल के कुछ कर्मी और नर्सें इलाज के नाम पर जबरन रुपए वसूल रहे हैं।
एक महिला ने बताया कि ऑपरेशन के बाद नर्स ने “2000 रुपये देने पर ही सिलाई करने” की बात कही। वहीं अन्य परिजनों ने बताया कि मरीजों को थर्ड फ्लोर तक ले जाने के लिए कर्मियों को 30 से 50 रुपये, और बेड दिलाने के लिए 200 रुपये तक देने पड़ रहे हैं।
कई मरीजों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकारी दवाएं नहीं दी जा रहीं, बल्कि बाहर से दवा खरीदने के लिए कहा जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर सरकारी अस्पतालों में भी पैसे वसूले जाएंगे, तो गरीब और असहाय लोग इलाज कहाँ कराएंगे?
क्या कहते हैं अधिकारी
इस मामले पर सिविल सर्जन, साहिबगंज डॉ. रामदेव पासवान ने कहा,
“अगर बंध्याकरण के दौरान मरीजों से रुपए वसूले जाने की बात सही है, तो इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”