
अनूप कुमार गुप्ता,
न्यूज अप्रैजल प्रतिनिधि, गढ़वा। उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने जिले के तीनों सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस – बालिका उच्च विद्यालय, रामा साहू +2 उच्च विद्यालय और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय – का औचक निरीक्षण कर शैक्षणिक गुणवत्ता, संसाधनों का उपयोग, छात्राओं की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन व्यवस्था एवं विद्यालय परिसर की स्वच्छता की विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
निरीक्षण की शुरुआत बालिका उच्च विद्यालय से हुई। यहां उपायुक्त ने प्रभारी प्राचार्य से शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी ली और कंप्यूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशाला एवं विभिन्न कक्षाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं एक कक्षा में बच्चों को पाठ पढ़ाकर शिक्षण गुणवत्ता का आंकलन किया। विज्ञान प्रयोगशाला में व्यावहारिक गतिविधियों की कमी पर उन्होंने नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर नियमित शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जाएं। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि भविष्य में लापरवाही मिलने पर संबंधित शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद उपायुक्त ने रामा साहू +2 उच्च विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां भी विज्ञान प्रयोगशाला का समुचित उपयोग नहीं हो रहा था। उपायुक्त ने विद्यालय प्रशासन को निर्देशित किया कि सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं का उद्देश्य छात्रों का मानसिक और शारीरिक विकास सुनिश्चित करना है, अतः संसाधनों का पूरा उपयोग किया जाए। उन्होंने मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता भी जांची, जो निर्धारित मीनू के अनुसार संतोषजनक पाई गई।
निरीक्षण के तीसरे चरण में उपायुक्त ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि झारखंड बालिका विद्यालय, डंडा की छात्राएं भी यहां पढ़ रही हैं, जिससे कक्षाओं में अतिरिक्त भीड़ की स्थिति बनी हुई है। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक अनुराग मिंज को निर्देश दिया कि डंडा विद्यालय के अधूरे भवन कार्य को शीघ्र पूर्ण कर छात्राओं को उनके विद्यालय में स्थानांतरित किया जाए।
उन्होंने कक्षाओं में बैठकर छात्राओं से संवाद किया, उन्हें करियर मार्गदर्शन दिया और शिक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। छात्रावास की स्वच्छता व्यवस्था संतोषजनक रही, लेकिन नई हॉस्टल यूनिट का संवेदक द्वारा हस्तांतरण नहीं होने से छात्रावास में भीड़ देखी गई। उपायुक्त ने जल्द हस्तांतरण की प्रक्रिया पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने बालिका उच्च विद्यालय और रामा साहू +2 उच्च विद्यालय के प्राचार्यों व शिक्षकों को कस्तूरबा विद्यालय की व्यवस्था का सूक्ष्म अध्ययन कर अपने विद्यालयों में उसे लागू करने की सलाह दी, ताकि सभी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।