
बरहरवा: प्रखंड क्षेत्र के सुखार मौजा अंतर्गत हाथीगड़ बहियार में बुधवार दोपहर भीषण आग लगने से 200 बीघा से अधिक खेतों में खड़ी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। आगजनी की इस घटना से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे वे आर्थिक संकट में आ गए हैं।
अचानक भड़की आग, किसानों की मेहनत राख में तब्दील
मिली जानकारी के अनुसार, स्थानीय किसान हयात शेख, जाबीर शेख, कालू शेख, जाकिर शेख, तफज्जुल शेख, शौकत शेख, अब्दुल गनी, इस्माइल शेख, रिंटूज शेख, नसीम शेख, इरफान शेख, अली शेख समेत कई किसान अपने-अपने खेतों में फसल की कटाई कर रहे थे। दोपहर करीब 1 बजे केनेल के उस पार किसी ने कुछ जलाने के लिए आग लगाई थी। तेज हवा के कारण आग की लपटें उड़कर गेहूं के खेतों तक पहुंच गईं और देखते ही देखते फसल में भयानक आग लग गई।
फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले ही फसल स्वाहा
आग इतनी तेजी से फैली कि जब तक दमकल विभाग और अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाएं जुटाई जातीं, तब तक खेतों में खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल पूरी तरह जल चुकी थी। किसानों ने बताया कि इस अग्निकांड में लाखों रुपये की फसल नष्ट हो गई है, जिससे वे अब गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
मुआवजे की मांग, प्रशासन से गुहार
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और दमकल की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। किसानों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए ताकि वे इस आर्थिक संकट से उबर सकें।
दमकल विभाग आग बुझाने में जुटा रहा, लेकिन समाचार लिखे जाने तक आग पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो पाई थी। इस घटना से प्रभावित किसानों की आंखों में आंसू हैं और वे अपने उजड़े खेतों को देखकर गहरे सदमे में हैं। प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस सहायता नहीं मिली है, जिससे किसानों में आक्रोश भी देखा जा रहा है।