
लातेहार, झारखंड: जिले के नेतरहाट थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां आठ वर्षीय क्षितिज कुमार की नृशंस हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी चंद्रकिशोर यादव को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का पूरा विवरण
रविवार रात को क्षितिज कुमार अपने घर से अचानक लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बावजूद जब उसका कोई सुराग नहीं मिला, तो उसके पिता प्रभात रंजन ने नेतरहाट थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। प्रभात रंजन ने पुलिस को बताया कि पूर्व में उनकी पत्नी को लेकर आरोपी चंद्रकिशोर यादव के साथ विवाद हुआ था और उसने परिवार को धमकी भी दी थी। इसी आधार पर पुलिस ने चंद्रकिशोर यादव को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की।
हत्या का खुलासा
पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और उसकी निशानदेही पर क्षितिज का शव बरामद किया गया। शव सोमवार को नेतरहाट अस्पताल के पास झाड़ियों में मिला। शव की हालत बेहद भयावह थी—उसके शरीर के कई अंग क्षतिग्रस्त कर दिए गए थे, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि बच्चे की नृशंस हत्या की गई थी।
क्षेत्र में रोष, हत्यारे को फांसी की मांग
इस हृदयविदारक घटना से न केवल पीड़ित परिवार, बल्कि पूरा क्षेत्र स्तब्ध और आक्रोशित है। स्थानीय लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि आरोपी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर जल्द से जल्द उसे फांसी दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, घटना के तुरंत बाद जांच शुरू की गई और महज 24 घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस इस मामले में चार्जशीट जल्द दाखिल करने की तैयारी में है, ताकि कानूनी प्रक्रिया तेज हो सके।
पीड़ित परिवार की मांग
मृतक क्षितिज कुमार के परिवार का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए। उनके मासूम बेटे को बेरहमी से मार दिया गया, और वे चाहते हैं कि आरोपी को कठोरतम सजा मिले। परिवार ने प्रशासन से अपील की है कि मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो, ताकि जल्द से जल्द न्याय मिल सके।
सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। कई संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।