
चेन्नई (आरएनएस)। तमिलनाडु में एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में कांग्रेस आलाकमान ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपने विधायक दल के नेता के. सेल्वापेरुन्थागई को प्रदेश कांग्रेस समिति (टीएनसीसी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है।
श्री सेल्वापेरुन्थागई मौजूदा टीएनसीसी प्रमुख के.एस. अलागिरी का स्थान लेंगे। वर्ष 2019 में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने वाले श्री अलागिरी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि वे पार्टी के नए राज्य प्रमुख को पूरा सहयोग देंगे। सीएलपी के उपनेता राजेश कुमार को श्री सेल्वापेरुन्थागई के स्थान पर विधानसभा में विधायक दल का नेता बनाया गया है।
गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की खबरें काफी समय से आ रही थी, लेकिन लेकिन पार्टी इससे इनकार कर रही थी। लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा नजदीक आने के साथ ही श्री सेल्वापेरुन्थागई को इस पद पर नामांकित करके पार्टी ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया है।
(नई दिल्ली)महीनों की संवादहीनता के बाद म्यूनिख में चीनी विदेशमंत्री के साथ जयशंकर की बातचीत
नई दिल्ली ,18 फरवरी (आरएनएस)। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतर एक संक्षिप्त बातचीत की है।
यह बातचीत शनिवार को तब हुई, जब जयशंकर एक पैनल चर्चा के लिए मंच पर जा रहे थे और वांग मंच से नीचे आ रहे थे।
दोनों देशों के बीच कई महीनों तक कोई संवाद न होने के बाद अचानक यह बातचीत हुई है।
पिछली बार दोनों नेता जुलाई 2023 में आसियान बैठक से इतर इंडोनेशिया में मिले थे।
सुरक्षा सम्मेलन, वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर एक वार्षिक सम्मेलन शुक्रवार को म्यूनिख में शुरू हुआ।
जयशंकर पहले ही सम्मेलन से इतर ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड कैमरन और पेरू के विदेश मंत्री जेवियर गोंजालेज-ओलेचिया से मुलाकात कर चुके हैं।
(भोपाल)विद्यासागर महाराज का समाधिपूर्वक निधन सम्पूर्ण जगत को स्तब्ध करने वाला : शिवराज
भोपाल (आरएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राष्ट्र संत आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का समाधिपूर्वक निधन का समाचार सम्पूर्ण जगत को स्तब्ध और निशब्द करने वाला है।
चौहान ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि राष्ट्र संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज का समाधिपूर्वक निधन का समाचार सम्पूर्ण जगत को स्तब्ध और निशब्द करने वाला है। मेरे जीवन में आचार्य का गहरा प्रभाव रहा, उनके जीवन का अधिकतर समय मध्यप्रदेश की भूमि में गुजरा और उनका मुझे भरपूर आशीर्वाद मिला।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य के सामने आते ही हृदय प्रेरणा से भर उठता था। उनका आशीर्वाद असीम शांति और अनंत ऊर्जा प्रदान करता था। उनका जीवन त्याग और प्रेम का उदाहरण है आचार्य जीते जागते परमात्मा थे। उनका भौतिक शरीर हमारे बीच ना हो लेकिन गुरु के रूप में उनकी दिव्य उपस्थिति सदैव आस पास रहेगी। आचार्य शीघ्र ही परमपद सिद्धत्व को प्राप्त हों। गुरुवर के चरणों मे शत शत नमन।