प्रेम कुमार साहू घाघरा,
घाघरा, गुमला। घाघरा पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर केंद्रीय महावीर मंडल घाघरा ने इस वर्ष रामनवमी नहीं मनाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर मंगलवार को केंद्रीय महावीर मंडल गुमला के पदाधिकारी घाघरा पहुंचे और पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में पुलिस की कथित मनमानी और निर्दोष लोगों को अभियुक्त बनाए जाने के खिलाफ नाराजगी जताई गई।
पिछले वर्ष की घटना बनी विवाद की जड़
सदस्यों ने बताया कि बीते वर्ष दुर्गा पूजा से पूर्व चंदा के दौरान चाकूबाजी की घटना हुई थी, जिसमें असली दोषियों को बचाते हुए उन लोगों को अभियुक्त बनाया गया, जो केवल बीच-बचाव के लिए आगे आए थे। पुलिस की इस कार्रवाई के चलते स्थानीय लोगों में भारी असंतोष है और घाघरा थाना प्रभारी को हटाने की मांग तेज हो गई है।
70 वर्षों में पहली बार नहीं निकलेगा जुलूस
इस घटनाक्रम के कारण इस बार घाघरा में रामनवमी जुलूस न निकालने का फैसला लिया गया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि 70 वर्षों में यह पहला मौका होगा जब रामनवमी का जुलूस नहीं निकलेगा।
जिला स्तरीय शांति समिति में उठेगा मामला
केंद्रीय महावीर मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि दो दिन बाद गुमला में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक होगी, जिसमें पूरे मामले को रखा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्राचीन परंपरा को किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने दिया जाएगा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
बैठक में मौजूद पदाधिकारी
बैठक में संरक्षक रविंद्र सिंह, निर्मल गोयल, हिंदू जागरण मंच के प्रदेश परिवर्तन प्रमुख संजय वर्मा, अध्यक्ष अरुण कुमार, उपाध्यक्ष उज्जवल कुमार सिन्हा, विपिन कुमार सिंह, छोटू सोनी, कोषाध्यक्ष विकास सिंह, सहसचिव राजेश गुप्ता, मीडिया प्रभारी सौरभ कुमार विश्वकर्मा, नितेश कुमार लाल, अमित ठाकुर, अखिलेश साहू, मुकेश महापात्र, शंभू प्रसाद सहित कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।