
— विशेष संवाददाता, बरहरवा
बरहरवा: बिंदुधाम में बुधवार से पांच दिवसीय शतचंडी महायज्ञ सह रामनवमी मेला महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि झामुमो जिला संयोजक मंडली सदस्य संजय गोस्वामी ने फीता काटकर और नारियल फोड़कर महायज्ञ का उद्घाटन किया। इसके बाद मंदिर के मुख्य द्वार के पास बने नए स्थायी कार्यालय का भी उद्घाटन किया गया।
अग्नि प्रवाहित के साथ हुआ यज्ञ का शुभारंभ
मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला में काशी (वाराणसी) के प्रसिद्ध आचार्यों द्वारा पारंपरिक विधि-विधान से यज्ञ की शुरुआत की गई। आचार्य संतेश्वर मिश्रा, ब्राह्मण परमानंद तिवारी, आचार्य सत्येंद्र पांडे, आचार्य बिमल पांडे, नवीन दुबे और संतोष ओझा सहित अन्य विद्वान ब्राह्मणों ने चंदन की लकड़ी के घर्षण से अग्नि प्रवाहित कर शतचंडी महायज्ञ की विधिवत शुरुआत की। यज्ञ प्रारंभ होते ही पूरे परिसर में वैदिक मंत्रों की गूंज और हवन कुंड से उठते पवित्र धुएं ने भक्तिमय माहौल बना दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यज्ञशाला में एकत्रित हुए और पूजन-अर्चन में भाग लिया।
श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
शतचंडी महायज्ञ और रामनवमी मेला महोत्सव के प्रथम दिन ही बिंदुधाम में हजारों श्रद्धालु जुटे। मंदिर में मां बिंदुवासिनी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। भक्तों ने पूजा-अर्चना कर मां का आशीर्वाद लिया। मंदिर प्रांगण में धार्मिक भजन-कीर्तन और प्रवचनों का भी आयोजन किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
अतिथियों का भव्य स्वागत
मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से आए हुए अतिथियों का सम्मान किया गया। बिंदुधाम प्रबंध समिति के अध्यक्ष शक्तिनाथ अमन, दिनेश कर्मकार, भरत कुमार चंद्रवंशी और नीलकंठ साह ने बुके और अंगवस्त्र देकर अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि संजय गोस्वामी ने मंदिर के विकास को लेकर आश्वासन दिया और कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।

मुख्य अतिथि ने कहा,
“मंदिर के विकास कार्यों को गति दी जाएगी और श्रद्धालुओं की सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी। प्रशासन और मंदिर समिति मिलकर सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करेंगे।”
शांति और सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन सतर्क
इस अवसर पर एसडीओ सदानंद महतो ने मंदिर कमेटी और मेला कमेटी के सदस्यों को निर्देश दिया कि पूजा और मेला का संचालन पूरी शांति और व्यवस्थित तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि मेला के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
मौके पर बरहरवा एसडीपीओ नितिन खंडेलवाल, राजमहल एसडीपीओ विमलेश कुमार त्रिपाठी, बरहरवा इंस्पेक्टर सुधीर कुमार पोद्दार, पतना बीडीओ देवेश द्विवेदी और बरहरवा बीडीओ सनी कुमार दास सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई है और मेला स्थल पर निगरानी के लिए विशेष टीमों को जिम्मेदारी दी गई है।
मेला में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
शतचंडी महायज्ञ और रामनवमी मेला के तहत विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। भजन संध्या, प्रवचन, कथा वाचन और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाहर से आए कलाकार भी प्रस्तुति देंगे।
भविष्य में मंदिर विकास के लिए किए जाएंगे और प्रयास
कार्यक्रम के दौरान संजय गोस्वामी ने कहा कि बिंदुधाम में हर वर्ष भव्य आयोजन किया जाएगा और मंदिर के विकास कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाएं मिलें, इसके लिए सड़क, बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
श्रद्धालुओं में भारी उत्साह, रामनवमी पर पहुंचेगी लाखों की भीड़
पांच दिवसीय शतचंडी महायज्ञ और रामनवमी मेला के पहले दिन ही श्रद्धालुओं का भारी उत्साह देखने को मिला। मंदिर प्रबंधन के अनुसार, रामनवमी के दिन लाखों की संख्या में भक्तों के आने की संभावना है। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, चिकित्सा सुविधा और यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन भी पूरी तैयारी में जुटा है।
धार्मिक आस्था का केंद्र बना बिंदुधाम
बिंदुधाम हर वर्ष धार्मिक आयोजनों के लिए प्रसिद्ध है। इस वर्ष के शतचंडी महायज्ञ और रामनवमी महोत्सव में भक्तों की जबरदस्त भागीदारी हो रही है। मंदिर परिसर में भक्तों की श्रद्धा और उल्लास देखते ही बन रही है। धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ मेले में विभिन्न झूले, खाने-पीने की दुकानें और अन्य मनोरंजन के साधन भी लगाए गए हैं, जिससे यह आयोजन और भी आकर्षक हो गया है।