
नई दिल्ली/अमृतसर – अमेरिका जाने का सपना देखने वाले भारतीयों के लिए अब यह सफर सिर्फ महंगा ही नहीं, बल्कि जानलेवा भी साबित हो रहा है। डंकी रूट के जरिए अवैध रूप से अमेरिका जाने वाले लोग अपनी जमीन बेच रहे हैं, भारी कर्ज ले रहे हैं, और एजेंटों को लाखों-करोड़ों रुपये देकर जान जोखिम में डाल रहे हैं।
हाल ही में अमृतसर में एक व्यक्ति ने बताया कि उसने अपने भतीजे को अमेरिका भेजने के लिए डेढ़ एकड़ जमीन बेच दी। वहीं, कुछ अन्य लोगों ने बैंक से कर्ज लेकर और गहने गिरवी रखकर यह खतरनाक सफर तय किया। हालांकि, अमेरिका पहुंचने के बाद वहां की सरकार द्वारा भारतीयों को डिपोर्ट किए जाने के मामलों ने इस पूरे रैकेट को उजागर कर दिया है।
क्या है डंकी रूट?
“डंकी रूट” उन अवैध रास्तों को कहा जाता है, जिनका इस्तेमाल लोग बिना वैध वीजा के दूसरे देशों में घुसने के लिए करते हैं। अमेरिका जाने के लिए आमतौर पर लोग दुबई, तुर्की, यूरोप, दक्षिण और मध्य अमेरिका के देशों से होते हुए मैक्सिको पहुंचते हैं, जहां से वे खतरनाक जंगलों, नदियों और रेगिस्तानों को पार कर अमेरिकी सीमा में घुसने की कोशिश करते हैं।
अमृतसर में जमीन बेचकर भेजा भतीजे को
अमृतसर के एक शख्स ने बताया कि उसने अपने भतीजे को अमेरिका भेजने के लिए अपनी डेढ़ एकड़ जमीन बेच दी। एजेंट ने वादा किया था कि सुरक्षित तरीके से अमेरिका पहुंचा देगा, लेकिन अब वहां की स्थिति देखकर परिवार चिंतित है।
खतरनाक सफर और एजेंटों की ठगी
डंकी रूट के जरिए अमेरिका जाने वालों का सफर बेहद खतरनाक होता है। लोग महीनों तक अलग-अलग देशों में घूमते हैं, जंगलों और रेगिस्तानों से पैदल गुजरते हैं, और कई बार गिरफ्तार होकर डिपोर्ट भी कर दिए जाते हैं।
एक पीड़ित व्यक्ति ने बताया,
“मैंने एजेंट को 60 लाख रुपये दिए। उसने हमें दुबई, टर्की और दक्षिण अमेरिका के कुछ देशों से घुमाते हुए मैक्सिको पहुंचाया। वहाँ से पैदल चलकर अमेरिकी सीमा पार करनी थी। रास्ते में कई बार डकैतों ने हमला किया, पैसे लूटे और कई लोगों को गोली भी मार दी गई।”
कई लोग डिपोर्ट, कई अब भी फंसे
अमेरिकी सरकार ने हाल ही में सैकड़ों भारतीयों को डिपोर्ट किया, जिन्हें डंकी रूट के जरिए भेजा गया था। कुछ लोग अमेरिका में अब भी फंसे हैं और उन्हें हिरासत में रखा गया है। इनमें से कई अमृतसर, जालंधर, गुजरात और हरियाणा के रहने वाले हैं।
1 करोड़ तक खर्च कर रहे लोग
डंकी रूट से अमेरिका जाने के लिए लोग 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक खर्च कर रहे हैं। यह पैसा वे अपनी जमीन बेचकर, गहने गिरवी रखकर या बैंक से कर्ज लेकर जुटाते हैं।
एक पीड़ित के परिजन ने बताया:
“हमने बेटे को भेजने के लिए 80 लाख रुपये दिए थे। एजेंट ने कहा था कि वह सीधे अमेरिका पहुंच जाएगा, लेकिन वह अब मेक्सिको में फंसा हुआ है और कोई मदद नहीं मिल रही है।”
सरकार की चेतावनी और एजेंटों पर कार्रवाई
भारत सरकार ने पहले ही डंकी रूट से जाने वाले लोगों के प्रति सख्त रवैया अपनाने की बात कही है। कई एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन फिर भी यह गोरखधंधा जारी है।
अधिकारियों का कहना है कि अगर लोग इस तरह से अवैध रूप से विदेश जाने की कोशिश करते रहे, तो वे ठगी और गंभीर खतरे का शिकार बनते रहेंगे।
अवैध तरीके से अमेरिका जाना जोखिम भरा सौदा
अमेरिका जाने की चाह में कई लोग अपनी पूरी जिंदगी की कमाई लुटा रहे हैं और जोखिम भरा सफर कर रहे हैं। डंकी रूट का सफर केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है। सरकार ने नागरिकों को सतर्क रहने और कानूनी तरीकों से ही विदेश जाने की सलाह दी है।