
अमीन अंसारी
चान्हों:- आदर्श ग्रामीण पब्लिक स्कूल टांगर में सेव वाटर अभियान चलाते हुए वर्षा जल संग्रहण जागरूकता के लिए प्रेरित किया। इस बीच बच्चों द्वारा चार्ट पेपर से कई तरह के मॉडल बनाया गया। जिसमे बच्चे काफी उत्साहित होकर इस अभियान में शामिल हुए। इस बीच विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमीन अंसारी ने कहा कि पृथ्वी के दो तिहाई भाग पर पानी है लेकिन इस में से मात्र तीन प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है।
विश्व में आज भी अत्यधिक मनुष्य पीने के पानी के लिए कठिनाई में हैं तथा बहुत दूरवर्ती क्षेत्रों से पीने योग्य जल लाने के लिए बाध्य हैं जिस प्रकार से पीने योग्य जल पृथ्वी से कम होता जा रहा है आने वाली पीढ़ी के लिए स्वच्छ और मीठा जल बचा पाना असम्भव होता जा रहा है। लोगों को जल का महत्व बताने और जल संरक्षण करने के लिए गंभीर प्रयास करने का समय आ गया है। अमीन अंसारी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अनुसार वर्ष 2030 तक जल की मांग आपूर्ति से अधिक हो जाएगी और 2050 तक जल की मांग विश्व स्तर पर 55% बढ़ जाएगी।
हम प्रतिदिन के कार्यों में परिवर्तन कर जल को बचा सकते हैं ताकि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ जल के लिए संकट न उठाना पड़े। शिक्षिका: मेहरुशी अजीज

स्कूल की शिक्षिका मेहरुशी अजीज ने कही की घरेलू उपयोग में जल का प्रयोग अधिक होता है और व्यवसाय में जल की बर्बादी सबसे अधिक की जाती है। सभी जनों को पीने के लिए साफ और मीठा जल नहीं मिल पाता जिसके कारण कई जल जनित बीमारियां हो जाती हैं।
इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि हम प्रतिदिन के कार्यों में परिवर्तन कर जल को बचाएं ताकि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ जल के लिए संकट न उठाना पड़े इसके लिए आज ही जल बचाएं और जल को व्यर्थ होने से रोकें। जल का बुद्धिमानी और मितव्ययता से उपयोग करके अधिक से अधिक जनों को ऐसे अभियान से जुड़ कर जल जागरूकता आंदोलन बनाएं और वर्षा जल की प्रत्येक बूंद का संचयन कर के संचित जल का उपयोग आवश्यकता पड़ने पर करें।
स्कूल के बच्चे रोकेंगे पानी की बर्बादी:शिक्षक बताएं घर में जल संरक्षण कैसे करें। शिक्षिका अजमेरी खातून

- शिक्षिका अजमेरी खातून बच्चों को बताई जल संरक्षण के लिए आप क्या कर सकते है ?
- 1)यह जांच करें कि आपके घर में पानी का रिसाव न हो ।
- 2)आपको जितनी आवश्यकता हो उतने ही जल का उपयोग करें ।
3)पानी के नलों को इस्तेमाल करने के बाद बंद रखें ।
4)मंजन करते समय नल को बंद रखें तथा आवश्यकता होने पर ही खोलें ।
5)नहाने के लिए अधिक जल को व्यर्थ न करें
जल संरक्षण हमारे लिए बहुत जरूरी: उप प्रधानाध्यापक बुद्धदेव उरांव

जल संरक्षण-जल हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अनुमान हमें तब होता है जब हमें यह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होता। जल की प्रत्येक बूँद हमारे लिए कीमती है। इसे बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए। औद्योगीकरण एवं शहरीकरण के कारण कुओं तथा तालाबों में लगातार कमी होती जा रही है और भूमिगत जल का स्तर गिर रहा है जो भविष्य में जल संकट का कारण बन सकती है। अत: जल संकट से बचने के लिए जल संरक्षण आवश्यक है। मौके पर सद्दाम हुसैन फादर अंकित डोना कलीमुल्लाह अंसारी दिलीप कुमार मेराज अंसारी संजय उरांव सोनाली उरांव सीमा उरांव प्रीति कुमारी पुनीता कुमारी विभा देवी सहित सभी बच्चे उपस्थित थे।