
जमशेदपुर:- भोजपुरी रंगमंच को समर्पित नई दिल्ली की नाट्य संस्था तथा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग एवं सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन एवं सुग्गा वेंचर्स प्रा लि के सौजन्य से 8 वें भोजपुरी नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन तुलसी भवन में दो नाटक का मंचन हुआ । जिसमें प्रथम नाटक डाॅ० रसिक बिहारी ओझा ” निर्भीक ” कृत हास्य नाटक ” लेस नायक खूब सिंह ” की प्रस्तुति ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी । नाटक में खूब सिंह की भूमिका में अनुज प्रसाद , खूब सिंह की पत्नी के रुप में श्वेता सिंह, ओझा बाबा के रुप में डाॅ० संजय पाठक, कुली के रुप में जितेश तिवारी, हवलदार उमराॅंव सिंह के रुप में राहुल सिंह राजपुत एवं घुरवा की भूमिका में सुश्री अनुष्का सिंह की जोरदार अभिनय दर्शकों का मन मोह लिया ।
वहीं दूसरे नाटक की प्रस्तुति ” रघुनाथ जी के गोवाही “ दर्शकों को खूब भाया। इसमें नाट्य रूपांतरण किया था लवकांत सिंह ने । नाट्य परिकल्पना, भोजपुरी अनुवाद एवं निर्देशन महेन्द्र प्रसाद सिंह का था । रघुनाथ जी के भक्तिभाव पूर्ण इस नाटक में दिखाया गया है कि निष्काम भाव से अपना कर्म करते रहने वाले एक भक्त के लिए स्वयं भगवान अदालत में गवाह बनकर आते हैं गवाही देने के लियें । प्रेरणा भाव से परिपूर्ण इस नाटक के माध्यम से समाज को सीख देने की कोशिश की गई है। केहू का बिगाड़ी , जब राम ना बिगाडिहे जेकर .. ।
गीत संगीत से भरपूर इस नाटक में करीब 16 कलाकारों ने भाग लिया और अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों को भावुक कर दिया। भक्त भोला के रूप में अखिलेश कुमार पाण्डेय, जज व महात्मा के रूप में महेंद्र प्रसाद सिंह, पुजारी व महाजन के रूप में सौमित्र वर्मा, रघुनाथ जी की भूमिका में दीपक कुमार सिंह, भोला की पत्नी कल्पना मिश्रा, वकील के रूप में क्रमश: गौरव प्रकाश एवं विजय यादव, भुवन के रूप में रुस्तम कुमार, भानु व चपरासी की भूमिका में प्रभात रंजन, दुल्हन व जज की बेटी के रूप में कीर्ति यादव, दुल्हा के रूप में गौरव प्रकाश, पेशकार की भूमिका में अशोक यादव, इंस्पेक्टर की भूमिका में रीतेश तिवारी ने प्रभावी अभिनय से दर्शकों पर असीम छाप छोड़ा । अनिल गुप्ता के पार्श्व गायन एवं नवल किशोर के तबला वादन ने नाटक के शून्य को भरा। नाटक में स्टेज क्राफ्ट किया रवि ने तथा प्रकाश परिकल्पना अशोक ने किया । रूप सज्जा श्रीमती मीना राय और मंच व्यवस्था संभालीं सुचित्रा सिंह ने। कुल मिलाकर शहर के तुलसी भवन भवन में आयोजित भाव पूर्ण भोजपुरी नाटक दर्शकों को खूब भाया।
आज नाटक ‘ पार्क ‘ का होगा मंचन ।
तीन दिवसीय नाटक का सोमवार को है अंतिम दिन । शहरवासियों को यह अवसर गवाना नहीं चाहिए । मझे हुए कलाकारों द्वारा नाटक में उनके अभिनय की प्रस्तुति दर्शकों के दिले में घर कर जाती है। बताते चलें कि इससे पहले भी तुलसी भवन के सहयोग से भोजपुरी नाटक का मंचन हुआ है। जो दर्शकों को खूब पसंद आया था। सोमवार को शाम 6 बजे से नाटक ‘ पार्क ‘ प्रारंभ होगा।