संवाददाता अनूप कुमार गुप्ता
विशुनपुरा(गढ़वा):- विशुनपुरा प्रखंड के कमता गांव स्थित अष्टभुजी कामेश्वरी माता मंदिर में गुरुवार को शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ पूरे उल्लास, धूमधाम और श्रद्धा के साथ हुआ। सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। गाजे-बाजे और माता रानी के जयकारों के बीच सैकड़ों महिला श्रद्धालु कलश सिर पर धारण कर भव्य कलश यात्रा में शामिल हुईं।
कलश यात्रा माता मंदिर से प्रारंभ होकर पिपरी खुर्द, भुइया टोली होते हुए पवित्र परवा धाम छोटी जलाशय तक पहुँची। वैदिक मंत्रोच्चारण और आचार्यों की उपस्थिति में श्रद्धालुओं ने जल भरकर कलश पुनः मंदिर में स्थापित किया। मंदिर लौटने के बाद आचार्य श्री राजु पांडेय ने वैदिक विधि-विधान के साथ कलश स्थापना करवाई और माँ दुर्गा के प्रथम स्वरूप माँ शैलपुत्री की आराधना शुरू हुई।
श्रद्धालुओं ने धूप, दीप, पुष्प अर्पित कर परिवार और समाज की सुख-समृद्धि की कामना की। पूरे वातावरण में “जय भवानी”, “बोलो दुर्गा मैया की जय”, “कामेश्वरी माता की जय” के जयघोष गूंजते रहे। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और रोशनी से आकर्षक रूप से सजाया गया है।जय भवानी संघ कमता द्वारा आयोजित यह पर्व हर वर्ष श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। समिति ने नवरात्रि के दौरान विशेष आयोजन की रूपरेखा तैयार की है। अष्टमी को कन्या पूजन और नवमी के दिन विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
ज्ञात हो कि नवरात्रि के नौ दिनों में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है—शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष पंकज सिंह, कोषाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, सचिव मनीष कुमार सिंह सहित अनेक पदाधिकारी और सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना रहा।