छतरपुर (पलामू)। पंचायत डाली बाजार, मनहु और चिरु पंचायत के पटखाही व भलही के छोटे-बड़े अखाड़ा कमेटी की ओर से गुरुवार को आयोजित करमा पर्व में पर्यावरणविद ट्री मैन डॉ. कौशल किशोर जायसवाल मुख्य अतिथि रहे। ग्रामीण बच्चियों ने स्वागत गान गाकर और शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया।
करमा पर्व प्रकृति पूजा का प्रतीक
डॉ. कौशल ने कन्या पूजन के साथ आम का पौधा दान कर तथा मांदर बजाकर करमा गीत-झूमर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा—
“करमा पूजा शुद्ध रूप से प्रकृति पूजा है, जो पूरे ब्रह्मांड के 84 लाख योनियों के जीवन का आधार है।”
उन्होंने बताया कि झारखंड, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के आदिवासी समाज में करमा, जीवित्पुत्रिका और सरहुल पर्व विशेष रूप से प्रकृति पूजा के लिए मनाए जाते हैं।
मृतकों की स्मृति में पौधारोपण
पर्यावरण धर्म के तहत डॉ. कौशल ने स्व. बंधन सिंह (ठेकही, डाली) और स्व. सुरेश यादव (मनहु) के श्राद्धकर्म में शामिल होकर मृतकों के नाम पर आम का पौधा लगाया। उन्होंने कहा कि इस तरह का पौधारोपण मृत आत्मा की शांति और परिजनों के कल्याण का माध्यम बनता है।
पौधादान और लोकगीतों की गूंज
कार्यक्रम में रातभर लोकगीत और झूमर की गूंज रही। मौके पर विनोद सिंह, बुचु सिंह, बरती देवी, अमरेश यादव, मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद यादव, डॉ. अयाराम, बसंत विश्वकर्मा, रामजतन यादव, सत्य सिंह, संतोष कुमार, मदन सिंह, नरेंद्र उरांव, अशोक उरांव, अरुण उरांव, आंचल उरांव, पंकज उरांव, अजय उरांव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।