
नई दिल्ली/श्रीनगर — भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम 5 बजे लागू हुआ युद्धविराम (सीजफायर) महज 3 घंटे भी नहीं टिक सका। रात 8 बजे से ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में फायरिंग शुरू कर दी।
अखनूर, पुंछ, नौशेरा, श्रीनगर, आरएसपुरा, सांबा और उधमपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारी गोलीबारी की गई। वहीं राजौरी में तोप और मोर्टार से शेलिंग की गई, जबकि उधमपुर में ड्रोन के जरिए हमला किया गया, जिससे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
इस हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल फैल गया है। श्रीनगर में लगातार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे आम नागरिकों में घबराहट है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई पर कड़ा सवाल उठाते हुए कहा:
“ये कैसा सीजफायर है? अगर श्रीनगर जैसे इलाके में धमाकों की आवाजें आ रही हैं, तो इसे समझौता नहीं कहा जा सकता।”
सीजफायर उल्लंघन के इस ताज़ा घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। सीमा पर तैनात भारतीय सेना की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की जा रही है।
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता कर इसे ऐतिहासिक करार दिया था, लेकिन पाकिस्तान की इस हरकत ने उस पहल को गहरा झटका दिया है।
सीजफायर लागू, सिंधु जल समझौता सस्पेंड रहेगा
न्यूज एजेंसी ANI ने विदेश मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि सीजफायर को लेकर कोई भी पहले या बाद की कंडीशन नहीं रखी गई है। सीजफायर का कॉल पाकिस्तान की तरफ से लिया गया था। सिंधु जल समझौते के सस्पेंड रहने का फैसला बरकरार रहेगा। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी स्थिति पर अडिग है।