
बड़वानी (मध्य प्रदेश) – रामनवमी के शुभ अवसर पर एक ओर जहां श्रद्धा और उल्लास का माहौल है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने पर्व को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए कमर कस ली है। जिले के सेंधवा शहर में प्रशासन द्वारा सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं, जिसमें 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी, साइबर टीम की सक्रियता और सख्त कानून व्यवस्था शामिल है।
इस बार रामनवमी शोभायात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अराजकता या उपद्रव को बर्दाश्त न करने की कड़ी चेतावनी प्रशासन ने पहले ही दे दी है। एसडीएम आशीष वासनिक ने शांति समिति की बैठक में स्पष्ट शब्दों में कहा कि, “अगर किसी ने हुड़दंग मचाया तो वह चांद-सूरज भी नहीं देख पाएगा।” उनका यह बयान प्रशासन की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य
सेंधवा में शोभायात्रा के लिए 21 स्थानों पर 67 हाई-रिजोल्यूशन कैमरे, जबकि पूरे शहर में 500 से अधिक कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की गई है। इन कैमरों को पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है, जहां से पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इसके अतिरिक्त, ड्रोन कैमरे भी पूरे जुलूस मार्ग की हवाई निगरानी करेंगे।
पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर ने बताया कि शोभायात्रा को लेकर सुरक्षा के तीन घेरे बनाए गए हैं – पहला घेरा स्थानीय पुलिस, दूसरा विशेष बल और तीसरा खुफिया टीम एवं साइबर सेल का है। सोशल मीडिया पर भी साइबर सेल की टीम लगातार निगरानी कर रही है ताकि किसी प्रकार की अफवाह, भड़काऊ पोस्ट या वीडियो को तुरंत रोका जा सके।
असामाजिक तत्वों पर पहले से कार्रवाई
सेंधवा पुलिस ने रामनवमी से पहले ही असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई करते हुए वर्ष 2022 के दंगों से जुड़े 460 अनावेदकों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की है। इनमें से 17 उपद्रवियों से 5 लाख 17 हजार रुपये की जमानत राशि वसूली गई, जबकि 13 को राशि जमा न करने पर जेल भेजा गया। यह कार्रवाई स्पष्ट संकेत देती है कि इस बार किसी भी तरह की कानून व्यवस्था में बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शहर थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि सभी संवेदनशील स्थलों, चौराहों और धार्मिक स्थलों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थानीय खुफिया एजेंसी और साइबर टीम हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।
शांति समिति की बैठक में संदेश – “सौहार्द ही संकल्प”
शांति समिति की बैठक में विभिन्न धर्मों और समुदायों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में बताया गया कि रामनवमी केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता का भी प्रतीक है। एसडीएम आशीष वासनिक ने कहा, “शांति बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को कड़ाई से कुचला जाएगा। उपद्रवियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई झेलनी पड़ सकती है।”
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे त्योहार को मर्यादित और अनुशासित तरीके से मनाएं। निर्धारित रूट पर ही शोभायात्रा निकालने को कहा गया है और किसी भी प्रकार की भड़काऊ गतिविधियों से परहेज करने को कहा गया है। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों या अफवाहों पर ध्यान न देने की चेतावनी भी दी है।