
खुखरा थाना क्षेत्र के जंगलों में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ की 154 बटालियन ने नक्सलियों की एक बड़ी विध्वंसक योजना को समय रहते विफल कर दिया। बुधवार को खुखरा थाना क्षेत्र के गार्दी और मर्मी के जंगलों में संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए। गुप्त सूचना के आधार पर एएसपी अभियान सुरजीत कुमार के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में चार बंडल कोडेक्स वायर, पांच डेटोनेटर, 20 किलो विस्फोटक पाउडर, डेढ़ किलो नेल आयरन, 111 जिलेटिन स्टिक, हेक्सा ब्लेड और 200 लीटर सैंटोक्स बरामद किया गया।
इसकी पुष्टि सीआरपीएफ 154 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी दलजीत सिंह भाटी और एएसपी अभियान सुरजीत कुमार ने की। अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ की 154 बटालियन के कमांडेंट और पुलिस अधीक्षक गिरिडीह को सूचना मिली थी कि नक्सली साहेबराम मांझी और पवन लंगड़ा उर्फ पवन मांझी का दस्ता गार्दी और मर्मी में देखा गया है। इस आधार पर टीम का गठन किया गया।
सुरक्षा बलों का बड़ा ऑपरेशन, विस्फोटक जब्त
इस अभियान में द्वितीय कमान अधिकारी दलजीत सिंह भाटी, एएसपी ऑपरेशन सुरजीत कुमार, सहायक कमांडेंट विजय सिंह मीना, इंस्पेक्टर ओमप्रकाश वर्मा और बलवंत सिंह के नेतृत्व में सीआरपीएफ व पुलिस के जवानों की एक मजबूत टीम बनाई गई। टीम ने जांच शुरू कर पूरे जंगल की तलाशी ली और कई घंटों तक ऑपरेशन चलाया।
इस दौरान नक्सली मौके से भाग निकले, लेकिन टीम ने उनके द्वारा छिपाए गए विस्फोटक बरामद कर लिए। एएसपी ऑपरेशन सुरजीत कुमार ने बताया कि टीम अभी भी इलाके में छापेमारी कर रही है, ताकि किसी भी प्रकार की शेष नक्सली गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।
गिरिडीह में नक्सल विरोधी अभियान तेज
गिरिडीह जिला प्रशासन ने नक्सली गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए अभियान तेज कर दिया है। पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीमों ने जंगलों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, ताकि नक्सलियों की किसी भी योजना को असफल किया जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार आने वाले दिनों में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ की 154 बटालियन द्वारा चलाए गए इस ऑपरेशन ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। विस्फोटकों की इस बड़ी बरामदगी से स्पष्ट होता है कि नक्सली किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे, जिसे सुरक्षा बलों ने असफल कर दिया। सुरक्षा बलों का यह अभियान जारी रहेगा और गिरिडीह को नक्सलमुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।