
नई दिल्ली: अमेरिका ने 487 अवैध भारतीय प्रवासियों को भारत वापस भेजने का फैसला किया है। इनमें से 298 भारतीयों की जानकारी भारत सरकार को पहले ही दी जा चुकी है। विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि हमने इन भारतीय नागरिकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार का मामला अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाया है।
अमेरिका से बढ़ते अवैध प्रवास का मामला
अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अमेरिकी आव्रजन विभाग के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में हजारों भारतीय नागरिकों ने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया है, जिनमें से कई को हिरासत में लिया गया है।
अब अमेरिका ने 487 भारतीय नागरिकों को निर्वासित करने का फैसला लिया है। इनमें से 298 प्रवासियों की जानकारी भारत सरकार को पहले ही दी जा चुकी थी, जबकि शेष 189 मामलों को लेकर अभी भी चर्चा चल रही है।
भारत सरकार ने उठाया दुर्व्यवहार का मुद्दा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा,
“हम अमेरिका से भेजे जा रहे अवैध भारतीय नागरिकों के मामले को गंभीरता से देख रहे हैं। हमने अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया है कि इन प्रवासियों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए।”
भारत सरकार ने अमेरिका से यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि निर्वासन प्रक्रिया में अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन हो और भारतीय नागरिकों के साथ किसी भी प्रकार का अमानवीय व्यवहार न किया जाए।
अवैध प्रवासन के कारण और बढ़ते मामले
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत से बड़ी संख्या में युवा रोजगार और बेहतर जीवन की तलाश में अमेरिका जाने की कोशिश करते हैं। इसमें से कई लोग अवैध तरीके से मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं। कुछ मामलों में वे ह्यूमन ट्रैफिकिंग नेटवर्क के शिकार हो जाते हैं, जो उन्हें अवैध रूप से अमेरिका ले जाने का वादा करता है, लेकिन बाद में उन्हें अमानवीय परिस्थितियों में रहने को मजबूर कर देता है।
अमेरिकी सीमा सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, 2023 में 96,917 भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसते हुए पकड़ा गया था, जो पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक है।
अमेरिकी नीति और निर्वासन की प्रक्रिया
अमेरिका की आव्रजन नीतियां हाल के वर्षों में सख्त हो गई हैं। अवैध प्रवास को रोकने के लिए यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) लगातार कार्रवाई कर रहा है।
भारत लौटाए जा रहे प्रवासियों के मामले में, अमेरिकी प्रशासन भारतीय दूतावास से संपर्क कर उनके नागरिक होने की पुष्टि करता है। इसके बाद भारतीय अधिकारियों की अनुमति के बाद ही उन्हें भारत भेजा जाता है।
भारत की ओर से अपील और कदम
भारतीय सरकार ने अमेरिका से अपील की है कि वे इन भारतीय नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें और उन्हें वापस भेजने से पहले आवश्यक कानूनी प्रक्रिया का पालन करें।
इसके अलावा, भारत सरकार अवैध प्रवास को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चला रही है, ताकि लोग अवैध तरीके से विदेश जाने से बचें और कानूनी माध्यमों से ही रोजगार के अवसर तलाशें।