
10 वर्षों से जिले के पर्यटन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने एवं पर्यटकों को आकर्षित करने का कर रहे हैं कार्य
- गोविंद ने दिलायी राष्ट्रीय स्तर पर लातेहार को पर्यटन क्षेत्र में नई पहचान.
- जिले के कई गुमनाम पर्यटन स्थलों की खोज.
- पर्यटन मे रोजगार की संभावनाओं को भी तलास किया रोजगार सृजन
बिहार,बंगाल,दिल्ली में गोविंद की धूम,पर्यटकों के दिल में छोड़ रहे है लातेहार की अमीट छाप गोविंदा के पर्यटन क्षेत्र में कार्य को देख जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन सूचना समन्वयक के पद पर किया गया है पदस्थापित
लातेहार:-जिले में पर्यटन क्षेत्रों की चर्चां हो एवं उस चर्चा में गोविंद पाठक का नाम नहीं आए तो यह अतिशोक्ति होगी। जब भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल नेतरहाट,बेतला,लॉधफॉल समेत अन्य पर्यटन स्थलों पर भ्रमण की सोचते है तो सबसे पहले गोविंद पाठक से संपर्क स्थापित करते है एवं उसके बाद निश्चित होकर भ्रमण पर आते है एवं सतूष्ट होकर जाते है।
गोविंद पाठक जिले में पर्यटन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने एवं उन्हें आकर्षित बनाने की दिशा में 10 वर्षों से लगातार कार्य कर रहे हैं। श्री पाठक के कार्य प्रणाली को देखकर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें पर्यटन सूचना समन्वयक के पद पर भी स्थापित किया गया है। जिस जिले एवं राज्य में पर्यटन क्षेत्र में राजस्व की बढ़ोतरी हुई है।

गोविंद ने जिले के कई गुमनाम पर्यटन स्थलों की खोज,दी नई पहचान
जिले में ऐसे नेतरहाट,बेतला समेत अन्य कई पर्यटन स्थल है जो अपनी पहचान की मुहताज नहीं है। परंतू एक दशक पूर्व ऐसे पर्यटन स्थल भी थे जो पूर्ण रूप से गुमनाम थे,परंतू गोविंद पाठक ने जिले में ऐसे एक दर्जन से भी अधिक पर्यटन स्थलों की खोज की एवं उसे राष्ट्रीयस्तर पर पहचान देने में कामयाब हुए । श्री पाठक बताते है कि लातेहार जिला जंगलों पहाड़ों नदियों नालों से पटा पड़ा है ,पर्यटन स्थलों के शोध के दौरान ऐसे पर्यटन स्थल देखने को मिले जो आश्चर्यचकित कर दिया।
इन गुमनाम पर्यटन स्थल की खोज
तुबेद का गुफा, लातेहार, मुन बाबा मंदिर, सुरकाई घघरी,नैना वाटर फॉल, कांति वाटर फॉल समेत छोटे अन्य कई पर्यटन स्थल है जो गुमनाम थे जिसकी खोज गोविंद के द्वारा की गयी एवं पर्यटन स्थल के रूप में पहचान मिल सकी।
नेतरहाट,बेतला समेत अन्य स्थलों के विकास में गोविंद का अहम है योगदान
पर्यटन क्षेत्र में विश्व विख्यात नेतरहाट,बेतला समेत जिले के अन्य पर्यटन स्थलों के विकास में गोविंद पाठक का अहम योगदान है। एक दशक पूर्व एवं वर्तमान नेतरहाट में पर्यटन क्षेत्र में सुविधाओं का काफी अंतर आ गया है,वर्तमान समय में नेतरहाट में पर्यटकों के लिए काफी सुविधा हो गयी है,पर्यटन सुविधा तलासने में जिला प्रशासन के साथ श्री पाठक की भुमिका काफी सराहनीय है।
- बिहार,बंगाल,दिल्ली में गोविंद की धूम
पर्यटकों के दिल में छोड़ रहे है लातेहार की अमीट छाप

जिला प्रशासन की भी बन रही है अच्छी छवि*ऐसे तो झारखंड राज्य के लातेहार जिले के विश्व विख्यात नेतरहाट पर्यटन स्थलों पर देश एवं विदेश के पर्यटक आते ही रहते हैं परंतु झारखंड से सटे बिहार बंगाल दिल्ली समेत और कई राज्यों के पर्यटक नेतरहाट घूमने से पूर्व सीधा संपर्क गोविंद पाठक से संपर्क करते हैं। इसके बाद गोविंद पाठक पर्यटकों से समन्वय स्थापित करते हुए एवं पर्यटन स्थल पर पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराए गए सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देते है् एवं पर्यटकों को सारी सुविधाओं भी उपलब्ध करवाते हैं
इस दौरान श्री पाठक पर्यटकों का रहने खाने सोने पर्यटन स्थलों को घूमाने समीर सभी सुविधाओं का ख्याल रखते हैं, जिससे पर्यटक निश्चित होकर अपने टूर का आनंद उठाते है जिसके कारण बिहार बंगाल दिल्ली पंजाब समेत अन्य राज्यों के पर्यटक सीधे गोविंद पाठक से संपर्क स्थापित करके ही झारखंड के नेतरहाट समेत और पर्यटन स्थलों का घूमने का प्लानिंग बनाते हैं। श्री पाठक अपने कार्य के बदौलत पर्यटकों के दिल में अपनी अमित छाप छोड़ रहे हैं एवं जिला प्रशासन की शानदार छवि बनाने में कामयाब हो रहे हैं।